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मुरादाबाद में जनहित चिटफंड कंपनी के खिलाफ पांच करोड़ की धोखाधड़ी का दूसरा मुकदमा दर्ज

सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के आशियाना फेस टू स्थित जनहित कंपनी के कार्यालय पर जमकर हंगामा हुआ था। जिले के आसपास गांवों के ग्रामीणों ने यहां पर अजय यादव के घर के बाहर जमकर हंगामा किया था। इसके बाद मामले में मुकदमा दर्ज क‍िया गया था।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 12:20 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 12:20 PM (IST)
मुरादाबाद में जनहित चिटफंड कंपनी के खिलाफ पांच करोड़ की धोखाधड़ी का दूसरा मुकदमा दर्ज
कंपनी के डायरेक्टर समेत सात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की है।

मुरादाबाद, जेएनएन। जनहित चिटफंड कंपनी पर धोखाधड़ी का एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। सिविल लाइंस थाने में कंपनी के खिलाफ पांच करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। हालांकि पहले मुकदमे मेें 50 लाख रुपये के आरोप लगाए गए थे, जबकि दूसरे मुकदमे में चार गुना धोखाधड़ी की रकम बढ़ गई है। पुलिस ने चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर समेत सात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की है।

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करीब 10 दिन पहले सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के आशियाना फेस टू स्थित जनहित कंपनी के कार्यालय पर जमकर हंगामा हुआ था। जिले के आसपास गांवों के ग्रामीणों ने यहां पर अजय यादव के घर के बाहर जमकर हंगामा किया था। पीड़ितों ने आरोप लगाया था कि अजय यादव ने अपनी पत्नी गीता यादव व बेटे अभिषेक यादव समेत कई लोगों के साथ मिलकर जनहित बेनिफिट निधि लिमिटेड, जनहित प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और जनहित निधि लिमिटेड के नाम से चिटफंड कंपनी खोली थी। जिले में कई स्थानों पर कंपनी के कार्यालय खोलकर एफडी और आरडी करके पांच साल बाद रकम दोगुनी करने का वादा किया था। पुलिस ने जांच के बाद छजलैट थाना क्षेत्र के ग्राम फरीदपुर भेंडी सीतापुर निवासी राजेश कुमार की तहरीर पर सिविल लाइंस कोतवाली में कंपनी के चेयरमैन व डायरेक्टर सी-51 रामगंगा विहार निवासी अजय कुमार यादव, सरिता केसरवानी, जितेंद्र कुमार, रवीश कुमार, नवनीत कुमार, गजेंद्र सिंह व डायरेक्टर अजय के एक भाई के खिलाफ 50 लाख की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया था, लेकिन गुरुवार को इसी मामले में दूसरा मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की। इस कंपनी के एजेंट के तौर पर काम करने वाले राजेंद्र सिंह, कृष्णपाल सिंह, समरपाल सिंह, राजवीर सिंह और वीरेंद्र कुमार ने मिलकर कंपनी के डायरेक्टर अजय कुमार यादव समेत अन्य पर पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। सभी पीड़ितों ने आरोप लगाया कि मैच्योरिटी का वक्त पूरा होने के बाद कंपनी के डायरेक्टर गायब हो गए। एएसपी अनिल कुमार यादव ने बताया कि पहले मुकदमे की जांच चल रही है, उसी मामले में इस दूसरे मुकदमे को शामिल करके जांच को आगे बढ़ाने की कार्रवाई की जाएगी।


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