कोरोना योद्धाओं पर हमला करने वाले 30 पत्थरबाजों की तलाश, पुलिस नाकाम
2017 में 15 मई की रात को थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में डॉ. शैली मल्होत्रा और उनके पति डॉ. ओम कुमार की हत्या कर दी घई थी। पुलिस ने इस केस की फाइल ही बंद कर दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। महीने बाद भी पुलिस 30 पत्थरबाजों को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस अब तक 32 लोगों की गिरफ्तारी करके चार्जशीट लगा चुकी है। अन्य के खिलाफ विवेचना अभी जारी है। 14 अप्रैल को थाना नागफनी के मुहल्ला नवाबपुरा में हाजी नेब की मस्जिद के चौराहे के पास रहने वाले सरताज हुसैन की कोरोना से मौत हो गई थी। सूचना पर कोरोना के योद्धाओं की टीम उसके परिवार वालों को क्वारंटाइन कराने लेने के लिए उनके घर पहुंची थी। इस दौरान मौके पर भीड़ जमा हो गई। भीड़ ने डॉक्टरों और पुलिस की टीम पर हमला कर दिया था। घटना में टीम लीडर डॉ. सुधीश चंद्र अग्रवाल समेत कई लोग घायल हो गए थे। पथराव करके भीड़ ने पुलिस के वाहन में तोड़फोड़ कर दी थी। पुलिस ने 21 लोगों को नामजद करते हुए 221 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के आधार पर 62 पत्थरबाज चिह्नित किए थे। यह मामला इतना चर्चित था कि रात को अदालत लगी थी। सत्रह लोग पहली बार में जेल गए थे। इनमें मां-बेटी भी शामिल थीं। इस मामले में हिस्ट्रीशीटर समेत 32 लोग जेल जा चुके हैं। तीन चिह्नित में से ही 30 पत्थरबाजों को पकड़ने में पुलिस नाकाम है। पकड़े गए सभी लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। हिस्ट्रीशीटर समेत तेरह आरोपितों पर लगेगी रासुका-प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर अकबर हुसैन, शानू, नदीम, यामीन, शानेआलम, अकरम पहलवान, शानू द्वितीय समेत समेत तेरह लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है। इन्हीं लोगों ने भीड़ को पत्थबाजी करने के लिए उकसाया था। बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है।
हमारा इरादा किसी बेगुनाह को जेल भेजना नहीं है। इसलिए बारीकी से जांच कराकर कार्रवाई कराई जा रही है। लगातार पत्थरबाजों को गिरफ्तारी की जा रही है। भीड़ को उकसाने वाले तेरह मुख्य आरोपितों को चिह्नित किए गए हैं। उनमें से चार लोगों पर रासुका की कार्रवाई चल रही है।
अमित कुमार आनंद, एसपी सिटी
इन घटनाओं पर नजर डालिए
ठाकुरद्वारा के आर्यनगर के प्रशांत कुमार और उनकी पत्नी मोना की हत्या करने के बाद बदमाश फरार हो गए। बीच शहर में इस सनसनीखेज वारदात को करने वालों का पुलिस दो महीने बाद भी पता नहीं लगा पाई है। पांच जुलाई को कांठ रोड से बदमाश एटीएम लूटकर ले गए। इस घटना का पर्दाफाश सम्भल पुलिस ने किया था। लेकिन, लूटी गई पूरी रकम अभी तक बरामद नहीं हो पाई है। पुलिस इस मामले में चार्जशीट लगा रही है।