समुद्र से निकली सीप से बने आइटमों की विदेशों में धूम
समुद्र से निकलने वाली सीप से उपनगरी सरायतरीन में ङ्क्षसदूर की डिब्बी के साथ ही घड़ी व फोटो फ्रेम तैयार किए जा रहे है। इतना ही नहीं विदेशी महिलाओं को उनकी शोभा बढ़ाने के लिए यहां के कारीगर ज्वैलरी में भी सीप का उपयोग कर रहे है।
मुरादाबाद (अंकित गोस्वामी)। समुद्र से निकलने वाली सीप से उपनगरी सरायतरीन में ङ्क्षसदूर की डिब्बी के साथ ही घड़ी व फोटो फ्रेम तैयार किए जा रहे है। इतना ही नहीं विदेशी महिलाओं को उनकी शोभा बढ़ाने के लिए यहां के कारीगर ज्वैलरी में भी सीप का उपयोग कर रहे है। इसके बाद इन आइटमों की सप्लाई विदेशों में की जा रही है। निर्यातकों को बड़े पैमाने पर आर्डर मिल रहे है। इसके अलावा घरेलू साज सज्जा के सामानों में भी सीप को लगाया जा रहा है। निर्यातकों को खासा फायदा हो रहा है।
सरातयरीन में सीप से घड़ी व फोटो फ्रेम किए जा रहे तैयार
शहर से महज पांच किलोमीटर दूर बसी उपनगरी सरायतरीन का नाम जहन में आते ही यहां के हैंडीक्राफ्ट आइटमों का जिक्र न आए तो कुछ नहीं। क्योंकि बात ही कुछ ऐसी है। सरायतरीन में बने हैंडीक्राफ्ट आइटम देश-प्रदेश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी धूम मचा रहे हैं। न सिर्फ विदेशी बायर्स हैंडीक्राफ्ट आइटमों को पसंद कर रहे हैं बल्कि उनके आलीशान घरों की शोभा भी यही आइटम बढ़ा रहे हैं। जानवरों के हड्डी सींग से निर्मित इन हैंडीक्राफ्ट आइटमों के निर्यात की बदौलत सरायतरीन का नाम विदेशों तक में खूब उछल रहा है। चूंकि लगातार आर्डर के बाद निर्यात भी बड़े पैमाने पर हो रहा है। इससे निर्यातक भी उत्साहित हैं। सरायतरीन में बड़े पैमाने पर हड्डी व सींघ से बने आभूषणों व घर के सजावट की सैकड़ो वस्तुएं तैयार की जाती है।
अमेरिका, इटली, चीन, जर्मनी से आ रहे आर्डर
अब यहां के निर्यातकों ने समुद्र से निकलने वाली सीप का भी इन आइटमों में उपयोग करने पर जोर दिया है। कोलकाता, मुम्बई, चैन्नई, गोवा के समुद्र से यहां सीप मंगाई जा रही है। इसके बाद समुद्र से निकली सीप को फोटो फ्रेम, ट्रे बॉक्स, गले की ज्वैलरी, ङ्क्षसदूर की डिब्बी तथा घरेलू साज सज्जा का समान बनाने में काम में लिया जा रहा है। निर्यातक मोहम्मद अशरफ अली ने बताया कि सीप से बनने वाले आइटमों के अमेरिका, चीन, जर्मनी से बड़े पैमाने पर आर्डर मिल रहे है। विदेशियों के यह आइटम पसंद आ रहे है। उन्होंने बताया कि इससे अच्छा मुनाफा हासिल हो रहा है।