मुरादाबाद में सवेरा योजना के विज्ञापन में छपी तस्वीर लेकर थाने पहुंचा युवक, बोला- फोटो में मेरी गुमशुदा मां
सवेरा योजना के विज्ञापन में प्रकाशित तस्वीर देखकर युवक ने डेढ़ वर्ष पहले गुमशुदा हुई मां होने का दावा किया है। थाने पहुंचे युवक को पुलिस ने लौटा दिया। अब वह अपनी मां तक पहुंचने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं।
मुरादाबाद [रितेश द्विवेदी]। सवेरा योजना के विज्ञापन में प्रकाशित तस्वीर देखकर युवक ने डेढ़ वर्ष पहले गुमशुदा हुई मां होने का दावा किया है। थाने पहुंचे युवक को पुलिस ने लौटा दिया। अब वह अपनी मां तक पहुंचने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं।
मुरादाबाद जिले के मझोला थाना क्षेत्र के बैंक कॉलोनी खुशहालपुर निवासी अगरबत्ती और धूप बेचने वाले बलराम सिंह का कहना है कि 31 दिसंबर, 2020 को समाचार पत्रों में सरकारी योजना सवेरा का विज्ञापन छपा था। उसमें मिशन शक्ति अभियान के तहत डॉयल-112 के तहत वृद्धजनों की मदद करने की जानकारी दी गई है। विज्ञापन में जिस वृद्धा की तस्वीर छपी थी, वह उनकी मां सीता हैं।
बलराम सिंह का दावा है कि मां नवंबर 2019 में घर से लापता हो गई थीं। 16 नबंवर 2019 को मझोला थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई कराई थी। लेकिन, पुलिस आज तक उन्हें तलाश नहीं सकी।
लापता सीतादेवी के बेटे बलराम ने बताया कि उनके पिता स्व. बच्चन सिंह रेलवे में चालक थे। घर में पांच भाई-बहन हैं। तीन बहनों की शादी कर दी है, जबकि छोटे भाई हीरा सिंह का बीमारी के कारण देहांत हो गया था। वह मां को घर लाना चाहते हैं लेकिन, वह इस समय कहां पर हैं। इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने बताया कि सरकारी विभागों से जो विज्ञापन आते हैं, उनमें भाषा और वाक्य विन्यास की त्रुटियों को दूर करके संबंधित समाचार पत्रों को भेज दिया जाता है। विज्ञापन में किसकी तस्वीर छपी है, इस संबंध में संबंधित विभाग के अफसर जानकारी दे सकते हैं।
मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने कहा कि विज्ञापन में छपी तस्वीर को लेकर युवक ने जो दावा किया है, उसकी पुष्टि कराने को लेकर पड़ताल कराई जा रही है। विभागीय स्तर पर जो जानकारी मिलेगी। उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।