अब महिला अस्पताल लैब की रिपोर्ट विश्वस्तर पर भी होगी मान्य
प्रदेशभर में जिला स्तर पर मुरादाबाद महिला अस्पताल की लैब को एनएबीएल प्रमाण पत्र मिला है।
मुरादाबाद,जासं : प्रदेशभर में जिला स्तर पर मुरादाबाद महिला अस्पताल की लैब को एनएबीएल प्रमाण पत्र मिला है। उत्तर प्रदेश में 10 मेडिकल कालेज और राज्य मुख्यालय के महिला अस्पताल रानी अवंतिका बाई महिला चिकित्सालय के बाद मुरादाबाद महिला अस्पताल की जिला स्तर पर अकेली एनएबीएल पैथलैब बन गई है। पैथलैब की रिपोर्ट विश्वस्तर पर मान्य होगी। अस्पताल प्रबंधन ने मानकों के हिसाब से लैब को आधुनिक बनाया है। इसमें लगी मशीन की क्षमता एक घंटे में 200 नमूनों की रिपोर्ट देने की है। कोरोना महामारी की वजह से फिलहाल लैब में 70 से 100 ही प्रतिदिन जांच हो रही हैं। 24 घंटे स्टाफ तैनात रहता है।
एनएबीएल के मानक
नेशनल एक्रीडेशन बोर्ड फॉर टेस्टिग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेट्री भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एकमात्र स्वायत्त निकाय है। ये चिकित्सा प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और तकनीकी क्षमता का तृतीय पक्ष मूल्यांकन प्रदान करना है।
क्या हैं मानक
- लैब स्टाफ की योग्यता, प्रशिक्षण एवं अनुभव
- उपयुक्त उपकरण, सही तरीके से अंशशोधित एवं अनुरक्षित
- पर्याप्त गुणवत्ता एवं कार्य पद्धतियां
- उचित नमूने की प्रक्रिया
- विश्वस्तरीय परीक्षण
- वैद्य परीक्षण
- राष्ट्रीय मानक पर मापन की अनुर्माणीयता
- सटीक अभिलेखीकरण और रिपोर्टिंग कार्य
-अनुकूल परीक्षण सुविधाएं
एनएबीएल के लाभ
-तकनीकी रूप से सक्षम एनएबीएल लैब से मिली रिपोर्ट मरीज के उपचार के अनुरूप जरूरतों को पूरा करती है। लापरवाही वाली रिपोर्ट का जोखिम नहीं होता।
-समय और पैसा दोनों बचते हैं। क्योंकि गुणवत्तापूर्ण सही रिपोर्ट मिलने से बार-बार परीक्षण कराने की जरूरत नहीं पड़ती।
-मरीज का लैब के प्रति विश्वास बढ़ता है।
-विश्वस्तरीय मानकों को पूरा करने की वजह से रिपोर्ट दुनियाभर में स्वीकार होगी।