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Rates of vegetables : बरसात से मुरादाबाद के सब्जी उत्पादक मायूस, चार रुपये किलो बिक रहा टमाटर, यहां देखें सब्जियों के दाम

बरसात से सब्जी उत्पादक किसानों पर सबसे अधिक असर पड़ा है। सड़ने के डर से मंडी में टमाटर की आवक इतनी बढ़ गई है कि भाव चार रुपये किलो पर पहुंच गए हैं। आलू-प्याज के दामों पर बड़ा असर नहीं पड़ा है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 04:12 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 04:12 PM (IST)
Rates of vegetables : बरसात से मुरादाबाद के सब्जी उत्पादक मायूस, चार रुपये किलो बिक रहा टमाटर, यहां देखें सब्जियों के दाम
क्रासर जैविक खेती करने वाले किसान भी परेशान।

मुरादाबाद, जेएनएन। बरसात से सब्जी उत्पादक किसानों पर सबसे अधिक असर पड़ा है। सड़ने के डर से मंडी में टमाटर की आवक इतनी बढ़ गई है कि भाव चार रुपये किलो पर पहुंच गए हैं। आलू-प्याज के दामों पर तो बड़ा असर नहीं पड़ा है, लेकिन अन्य मौसमी सब्जियां भी बरसात के कारण सस्ती हो गईं हैं। इससे किसानों में मायूसी छाई हुई है। वहीं फुटकर में सब्जी बेचने वाले ठेलों पर अभी भी महंगाई बरकरार है।  हालांकि, एक बरसात और हो गई तो सब्जियां महंगी हो सकती हैं।

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मंडी इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने बताया कि मौसम का भी सब्जियों के दामों पर काफी असर पड़ता है। बरसात से टमाटर के थोक के दामों पर बहुत असर हुआ है। बरसात से पहले टमाटर महंगा था। लेकिन, अब चार रुपये किलो बिक रहा है। मटर, गोभी और शिमला मिर्च बाहर से आ रहीं हैं। इसलिए इनके दामों पर कोई खास असर नहीं है। प्याज और आलू के दाम भी थोड़ा बहुत ही इधर-उधर हुए हैं। बरसात के बाद लोकल सब्जियों के थोक के दामों पर असर पड़ रहा है। कृषि उत्पादन मंडी समिति के आढ़ती राजकुमार सैनी ने बताया कि तुरई, लौकी, मिर्च, धनिया सब मंडी में सस्ते दामों में बिक रहीं हैं। मंडी में जैविक बाजार लगाकर सब्जियां बेची जाती थीं। कोरोना संक्रमण के बाद जैविक खेती करने वाले किसानों की सब्जियां बेचने का प्लेटफार्म भी खत्म हो गया है। तरबूज और खरबूजा की पालेज लगाने वाले किसानों को भी फसलों के दाम ठीक से नहीं मिल पाए।

हम तो जैविक खेती करते हैं। कोरोना संक्रमण और बरसात के बाद सब्जियों को बेचना मुश्किल हो गया है। फसलों के दाम ही ठीक से नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में आसपास में ही सब्जियां बेचनी होती हैं।

हरवंश सिंह, किसान

सब्जी और फलों की खेती करने वाले किसानों पर कोरोना की सबसे अधिक मार पड़ी है। मंडियों में ग्राहक नहीं आने से भी सब्जियां सस्ती बिक रही हैं। लेकिन, सरकार को किसी की परवाह नहीं है।

लईक अहमद, किसान

मुरादाबाद में बरसात से पहले और अब सब्जियों के थोक के दामों पर एक नजर

सब्जी            बरसात से पहले (प्रतिकिलो)               अब (प्रतिकिलो)

टमाटर            10-12 रुपये                                   04- 05 रुपये

तुरई                20-22 रुपये                                  10-11 रुपये

बैंगन              10-11 रुपये                                    07-08 रुपये

मिर्च               10-12 रुपये                                    8- 09 रुपये

लौकी              15-20 रुपये                                     10-12 रुपये

भिंडी                20-21 रुपये                                    09-10 रुपये

धनिया              20-22 रुपये                                   15-16 रुपये

कटहल               10- 15 रुपये                                 07-12 रुपये

करेला                 12-18 रुपये                                  10-15 रुपये

खीरा                   20-22 रुपये                                  15-20 रुपये

आलू                   06-10 रुपये                                 05-08 रुपये

प्याज                  16- 20 रुपये                                  15-18 रुपये


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