रामपुर में एक दिन में 70 हजार से ज्यादा ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, जानें इसमें कितने थे किशोर
Rampur Vaccination News प्रशासन की सख्ती के बाद वैक्सीनेशन में तेजी आ गई है। इसके साथ ही जिले में वैक्सीनेशन के रोजाना नए रिकार्ड बन रहे हैं। बुधवार काे अब तक सबसे ज्यादा 70 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।
रामपुर, जेएनएन। Rampur Vaccination News : प्रशासन की सख्ती के बाद वैक्सीनेशन में तेजी आ गई है। इसके साथ ही जिले में वैक्सीनेशन के रोजाना नए रिकार्ड बन रहे हैं। बुधवार काे अब तक सबसे ज्यादा 70 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। इनमें 22 हजार से ज्यादा वे लोग हैं, जिन्होंने अभी तक पहली डोज भी नहीं लगवाई थी। कोरोना वैक्सीन के नोडल अधिकारी डा. राकेश चंद्रा ने बताया कि 311 केंद्रों पर वैक्सीनेशन किया गया, जिसमें 22874 को पहली और 45518 को दूसरी डोज लगाई गई। इसके अलावा 15 वर्ष से 18 वर्ष आयु के 13213 किशोरों को भी वैक्सीन लगाई गई। चुनाव ड्यूटी में तैनात 790 लोगों को सावधानी के रूप में तीसरी डोज लगाई गई है।
प्रशासन की सख्ती पर लगी 250 को लगाई वैक्सीन : गांव गांव सिहोरा सरिया लक्खा में ग्रामीणों के वैक्सीन के विरोध पर एसडीएम व तहसीलदार ने ग्रामीणों को समझाकर वैक्सीन लगवाई। स्वास्थ्य टीम एएनएम आदि कई दिन से गांव सिहोरा व सहरिया लक्खा में ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन मान नहीं रहे थे। इस पर चिकित्सा अधीक्षक डा. सतवीर सिंह ने जानकारी एसडीएम को दी। एसडीएम राजेश तिवारी और तहसीलदार राकेश कुमार चंद्रा ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद ग्रामीणों ने वैक्सीन लगवाई। एसडीएम ने बताया कि 250 ग्रामीणों को वैक्सीन लगवा दी है। कुछ लोग जो बाहर काम करने गए थे, उनको भी वैक्सीन लगवाने के लिए कहा गया है।
दिव्यांग ने की मानवाधिकार आयोग से शिकायत : दिव्यांग की बिना जांच करे हल्का लेखपाल ने 60 हजार रुपये की सालाना आय का प्रमाण पत्र जारी कर दिया। दिव्यांग ने मानवाधिकार आयोग से शिकायत कर न्याय दिलाने गुहार लगाई है। क्षेत्र के ग्राम सरकड़ी निवासी दिव्यांग जुनैद अली का आरोप है कि मेहनत मजदूरी कर वह परिवार का पालन पोषण करता है। पेंशन बनवाने के लिए आय प्रमाण पत्र आनलाइन कराया था। हल्का लेखपाल ने बिना कोई जांच कराए उसकी आय 60 हजार रुपये की रिपोर्ट लगाकर प्रमाण पत्र जारी कर दिया। इस मामले की स्थानीय अधिकारियों से लेकर जिलाधिकारी से भी शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। इस कारण उसकी पेंशन तक नहीं बनी है और न ही सरकार द्वारा किसी योजना का लाभ मिला है। दिव्यांग ने मानवाधिकार आयोग से शिकायत कर न्याय दिलाए जाने की गुहार लगाई है।