पराली जलाने में रामपुर यूपी में दूसरे स्थान पर, डीएम ने अफसरों को जारी किए नोटिस
Situation of burning straw in Rampur रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी ने कहा कि पराली जलाने के मामले में लापरवाही किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी जिन अधिकारियों का जवाब संतोषजनक नहीं होगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रामपुर, जेएनएन। Situation of burning straw in Rampur। रामपुर जिला पराली जलाने में प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। यह रिपोर्ट मिलते ही जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने जिले के सभी उपजिलाधिकारियों, तहसीलदारों और कृषि अधिकारियों को नोटिस जारी कर दिए हैं।
बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंतित है। इसीलिए उसने इसकी रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के आदेश दिए हैं। खेतो में पराली जलाने से भी प्रदूषण फैलता है। इसे रोकने के लिए सरकार ने सभी अफसरों को निर्देश दिए हैं। साथ ही सेटेलाइट से भी इसकी निगरानी की जा रही है। सेटेलाइट की रिपोर्ट के आधार पर ही तय हो रहा है कि किस जिले में कितनी जगह पराली जल रही है। अब इसकी रिपोर्ट सरकार ने जारी की है, जिसमें रामपुर जिला नंबर वन बताया गया है। यहां 141 स्थानों पर पराली जलाना बताया जा रहा है। हालांकि जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि उन्हें शासन से जो रिपोर्ट मिली है, उसमें आंकड़े गलत हैं। अपने यहां 131 स्थानों पर पराली जलाने का उल्लेख है, लेकिन टोटल 141 लिख दिया गया है। जबकि मथुरा में 137 स्थानों पर पराली जलाने की बात है। इस तरह मथुरा पहले नंबर पर है। जिले में जिस स्थान पर भी पराली जलाने की सूचना मिली है, फौरन वहां टीम भेजी गई है। सेटेलाइट के जरिये मिले फोटो में कई स्थानों पर पराली जलना नहीं पाया गया है। जहां भी पराली जलाई गई है, वहां जुर्माना वसूलने के साथ ही रिपोर्ट भी कराई गई है। जिले मं 56 स्थानों पर पराली जलाने की की पुष्टि हुई है। पराली जलाने के मामले बढ़ने पर जिले के सभी उपजिलाधिकारियों, तहसीलदारों और कृषि अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।