रामगंगा में डूबा युवक, परिजनों ने कांठ रोड पर लगाया जाम
मुरादाबाद (जेएनएन) । अपने दो साथियों के साथ रामगंगा में मछली पकड़े गया युवक डूब गया। युवक
मुरादाबाद (जेएनएन) । अपने दो साथियों के साथ रामगंगा में मछली पकड़े गया युवक डूब गया। युवक की बरामदगी को लेकर पत्नी और परिजनों ने कांठ रोड पर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि युवक के डूबने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसर उसकी तलाश करने में कोई मदद नहीं कर रहे हैं। लोगों को मदद का भरोसा दिलाकर पुलिस ने जाम खुलवाया। उसके बाद रात में जेनरेटर चलाकर नाव और गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश शुरू की गई।
मझोला के सिरकोई निवासी 45 वर्षीय विनोद कुमार मछली पकड़ने के लिए सीएल गुप्ता आई इंस्टीट्यूट के पास रामगंगा किनारे गया था। उसके साथ गांव के ही शीशपाल समेत दो युवक थे। शीशपाल के मुताबिक, दोपहर को 11 बजे विनोद मछली पकड़ते हुए रामगंगा को पार कर गया। उधर, से लौटते समय बीच धारा में पहुंचते ही विनोद की सांस फूल गई, इसके बाद वह तैर नहीं पाया। विनोद के डूब जाने पर दोनों साथियों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। चौकी प्रभारी रामवीर राठी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। विनोद के परिवार के लोगों को हादसे की सूचना देकर उसकी तलाश शुरू कर दी गई। सूचना के करीब तीन घंटे बाद शाम को परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। विनोद की तलाश सही तरीके से नहीं होने पर परेशान परिवार के लोगों ने किला के पास कांठ रोड पर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि पुलिस और प्रशासनिक अफसर विनोद को तलाशने में कोई मदद नहीं कर रहे हैं। विनोद की पत्नी अन्य महिलाओं के साथ बीच सड़क पर लेट गई, तब पुलिस हरकत में आई। इसके बाद जेनरेटर चलाकर रात को गोताखोर लगाकर तलाश शुरू की गई। एसआइ रामवीर राठी का कहना है कि लगातार तलाश के बावजूद भी विनोद का कोई पता नहीं चल पाया है, विनोद ने शराब भी पी रखी थी। उसके बैग से भी शराब के दो पैकेट पुलिस को मिले हैं।
डूबते हुए चिल्लाया पर कोई मदद को नहीं आया
विनोद कुमार मछली पकड़ने के साथ-साथ पूजा का सामान भी नदी में अर्पण करने आया था। उसके दो साथी मछली पकड़ रहे थे। वह पूजा का सामान रामगंगा में अर्पण करने के लिए रामगंगा में उतारा था। डूबते हुए बचाओ बचाओ काफी देर तक चिल्लाया भी, पर कोई मदद को नहीं आया। तैरना नहीं आने के कारण दोनों साथी असहाय खड़े होकर देखते रह गए। जब तक आसपास के लोगों को बुलाया तब तक विनोद डूब चुका था।
शीशपाल का कहना है कि विनोद ने सुबह मछली पकड़ने का प्लान बनाया था। इसी बीच पूजा का सामान भी नदी में अर्पण करने के लिए घर से लेकर आ गया था। नदी पार करने के बाद वापसी में दो बार तो पानी में विनोद ने ऊपर को छलांग भी लगाई थी। उसने जब शोर मचाया तब हमें पता चला कि वह डूब रहा है। उस समय आसपास में दूर-दूर तक कोई दिखाई नहीं दे रहा था। विनोद का डूबने के बाद कोई पता नहीं चलने पर बार-बार सभी शीशपाल से ही घटनास्थल के बारे में जानकारी जुटा रहे थे। गोताखोर भी घंटों की मशक्कत के बाद विनोद का पता नहीं लगा पाए। उसकी पत्नी प्रवेश और तीनों बेटे अमन, पवन और अंकुश भी पिता के मिलने की उम्मीद में नदी के किनारे पहुंच गए। पति की तलाश में प्रवेश गोताखोरों के साथ नाव में बैठी हुई थी। 17 साल का बेटा अमन भी मां के साथ पिता को तलाश करने में जुटा था। उनका कहना है कि यदि हमें पता होता कि ऐसा हादसा हो जाएगा तो पिता को आने ही नहीं देते।
चार किमी का एरिया खंगाला, नहीं मिला विनोद
दोपहर से पुलिस गोताखोरों की मदद से विनोद की तलाश रामगंगा में करती रही। डूबने के स्थान से करीब चार किमी दूरी तक का एरिया खंगाला गया। रात में जेनरेटर चलाकर नदी के किनारे पर रोशनी की गई है, जिसके जरिए नाव से विनोद की तलाश की जा रही है। चौकी प्रभारी रामवीर राठी ने बताया कि सिविल लाइन पुलिस की टीम गोताखोरों के साथ लगी हुई है। उम्मीद है कि विनोद को जल्द ही तलाश कर लिया जाएगा।