Ramadan 2021 : दिख गया रमजान का चांद, मुरादाबाद में पहला रोजा आज, इबादत का सिलसिला शुरू
मुस्लिम समाज का सबसे मुकद्दस महीना रमजान बुधवार से शुरू हो गया है। जिसको लेकर शहर से लेकर देहात क्षेत्र में तैयारियां पूरी कर ली गई। मंगलवार की शाम शहर के मुस्लिम इलाकों में सहरी और इफ्तार की जमकर खरीदारी की गई।
मुरादाबाद, जेएनएन। मंगलवार की शाम को रमजान का चांद दिखाई दे गया। इसके साथ ही रमजान उल मुबारक महीना बुधवार से शुरू हो गया। इसे लेकर शहर और देहात के इलाकों में इबादत का सिलसिला शुरू हो गया। शहर इमाम ने मुसलमानों से कोविड के नियमों का पालन करते हुए इबादत करने की अपील की है।
मुस्लिम समाज का सबसे मुकद्दस महीना रमजान बुधवार से शुरू हो गया है। जिसको लेकर शहर से लेकर देहात क्षेत्र में तैयारियां पूरी कर ली गई। मंगलवार की शाम शहर के मुस्लिम इलाकों में सहरी और इफ्तार की जमकर खरीदारी की गई। सुबह से ही शहर के तहसील स्कूल, चौकी हसन खां, लाल मस्जिद, जामा मस्जिद, चक्कर की मिलक, असालतपुरा, गलशहीद और इंदिरा चौक इलाके में रमजानो की रौनक देखने को मिली। शाम को मगरिब की नमाज के बाद लोग अपनी छतों पर चांद के दीदार करने के लिए पहुंच गए। थोड़ी ही देर बाद आसमान में रमजान के चांद का नजर आ गया। चांद देखते ही मुस्लिम समाज की महिलाओं व बच्चों ने एक-दूसरे को रमजान माह की मुबारकबाद दी। सभी ने रहमत व बरकत वाले महीने की शुरुआत होते ही कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी के खात्मे के लिए दुआ की। शहर इमाम सैयद मासूम अली आजाद ने बताया कि बुधवार को पहला रोजा है। मुसलमान सभी रोजे रखकर इबादत करे। रमजान का पहला अशरा रहमत का होता है। जिसमें अल्लाह की रहमत बरसती है। मुसलमान रोजे रखकर ज्यादा से ज्यादा इबादत करे अपने गुनाहों से तौबा करे। इस समय कोरोना महामारी का दौर चल रहा है। ऐसे में सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए घरों में ही इबादत करे। अभी फिलहाल अलमतरा से तरावीह पढ़ ले। घरों से फालतू बाहर न निकले। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक ही जिंदगी गुजारनी है।