देश का एक और बंटवारा करना चाहती है कांग्रेस : राम विलास वेदांती Moradabad news
पूर्व भाजपा सांसद ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए कांग्रेस देश को बर्बाद कर रही है।
मुरादाबाद (आशुतोष मिश्र)। फायर ब्रांड भाजपा नेता और पूर्व सांसद डा. राम विलास वेदांती ने कांग्रेस पर देश का एक और बंटवारा करने की मंशा रखने का आरोप लगाया है। कहा कि कांग्रेस एक बार फिर से देश के विभाजन के लिए ही नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रही है। कांग्रेस मुसलमानों को लामबंद करना चाहती है और पार्टी महासचिव प्रियंका वाड्रा यूपी की राजनीति में इसीलिए दखल दे रही हैं।
शहर के पीएमएस के नजदीक भाजपा नेता उमेश त्रिवेदी के आवास पर मंगलवार को डा. वेदांती ने जागरण से खुलकर बातचीत की। सीएए विरोध के सवाल पर कांग्रेस पर खूब हमले किए। बोले, कांग्रेस से मुस्लिम तुष्टीकरण के नाम पर देश को नुकसान पहुंचाया है लेकिन, कांग्रेस भी यह समझ लें कि अब देश जाग उठा है। चुनाव में कांग्रेस का देश से सफाया हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि अब दिल्ली का मुसलमान केजरीवाल, यूपी में सपा-बसपा, बंगाल में ममता और अन्य प्रदेशों में क्षेत्रीय दलों के साथ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस दौर में सरदार बल्लभ भाई पटेल का रूप माना। कहा, मोदी ने तीन तलाक खत्म करने, जम्मू में अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने और अयोध्या में 550 साल से लंबित राम जन्मभूमि प्रकरण में पैरवी में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। यह काम कांग्रेस के सत्तर साल के शासन पर भारी है।
पूर्व सांसद का कहना है कि कांग्रेस ने देश में आतंकवाद को पाला है। उसी दौर में जम्मू-कश्मीर में आतंकी प्रशिक्षित किए गए। वहां के ताकतवर नेता मुफ्ती मुहम्मद सईद और फारुख अब्दुल्ला ने आतंकियों को संरक्षण दिया। अब उन ठिकानों को मोदी सरकार ने खोज निकाला।
वेदांती का दावा है कि कश्मीर के आतंकियों के प्रशिक्षण की बात कभी मुफ्ती मुहम्मद सईद ने स्वीकारी भी थी। आरोप लगाया कि कांग्रेस के कद्दावर नेता गुलाम नबी तो आजाद कश्मीर को पाकिस्तान के हवाले करने के पक्षधर हैं। देश में रोंहिग्या के आने और बांग्लादेशी लोगों के पनाह के लिए कांग्रेस असल जिम्मेदार है।
बोले, वर्ष 1977 में भागलपुर (तब बिहार) के मीही आश्रम के पास पंद्रह किमी लंबा खाली स्थान था। साल 1990 में वहां बांग्लादेशी आतंकियों का अड्डा बन गया था। तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद के दौर में यह क्षेत्र आतंकियों के कब्जे में हो गया। इन दिनों बंगाल की सीएम ममता बनर्जी राजनीतिक लाभ के लिए खतरनाक झंडा उठा रही हैं।