रेलवे से जुड़ी बड़ी खबर, युवती के उत्पीड़न में रेलवे के परिचायक की सेवा समाप्त
ailway News Moradabad रेलवे से जुड़ी बड़ी खबर है। युवती के उत्पीड़न के मामले में विभाग की ओर से सख्त कार्रवाई की गई है।
मुरादाबाद। नौकरी पाने के लिए डीआरआर आफिस आने वाली युवती के उत्पीड़न के आरोप में हरिद्वार में तैनात प्रतीक्षालय परिचायक की सेवा समाप्त कर दी गई है। महिला उत्पीड़न समिति की जांच रिपोर्ट पर रेल प्रशासन की ओर से यह कार्रवाई की है। इसके बाद डीआरएम आफिस के कर्मियों में खलबली मच गई है।
मार्च 2019 तक डीआरएम आफिस के वाणिज्य विभाग के आफिस में चपरासी के पद पर नबी कार्यरत था। नबी की मूल तैनाती मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालय में परिचायक के पद पर थी। उसी दौरान रेलवे के मृतक कर्मचारी की पुत्री आश्रित में नौकरी पाने के लिए डीआरएम आफिस आती थी। युवती ने तत्कालीन डीआरएम अजय कुमार सिंघल से मिल कर शिकायत की थी और नबी पर गंभीर आरोप लगाया था। युवती कहना था कि नबी ने बताया कि उसके दिल्ली तक के बड़े अफसरों से जान पहचान है। नबी युवती को दिल्ली व नैनीताल भी ले गया था। इसके अलावा युवती की ओर से अन्य गंभीर आरोप भी लगाए गए थे। तत्कालीन डीआरएम ने रेलवे के महिला उत्पीड़न समिति के अध्यक्ष सीनियर डीसीएम रेखा को जांच करने का आदेश दिया। जांच समिति में प्रवर मंडल चिकित्साधिकारी सुषमा राठी, मंडल वाणिज्य प्रबंधक ऋचा शर्मा को सदस्य बनाया गया। साथ ही नबी का तत्काल तबादला हरिद्वार के प्रतीक्षालय परिचायक के पद पर कर दिया था।
जांच समिति ने रिपोर्ट रेल प्रशासन को सौंप दी है। जिसमें युुवती के आरोप को सही पाया है और नबी को दोषी ठहराया है। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार नबी की सेवा समाप्त कर दी गई है। इस संबंध में पत्र भी सौंप दिया गया है। इसकी जानकारी मिलते ही डीआरएम आफिस के कर्मियों में खलबली मच गई। पत्र पाने के बाद नबी ने रेल कर्मियों को बताया कि पत्र रिसीव कराने वाले कर्मचारी ने धक्का मुक्की भी की है।