रेल यात्रियों को पुराने कोच में मिलेंगी आधुनिक सुुविधाएं, तेज धूप में भी नहीं लगेगी गर्मी Moradabad News
यात्रियों की सुविधा को सीट व बर्थ भी होंगी चौड़ी प्रत्येक कोच में डस्टबिन की सुविधा होगी। सीट पर गद्दा लगाया जाएगा। कोच में एलइडी लाइट की व्यवस्था होगी। हैैंडिल भी बदले जाएंगे।
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)।भले ही बाहर से ट्रेनों के कोच देखने में पुराने होंगे लेकिन, अंदर से आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। बैठने व सोने की आरामदेह सुविधाएं उपलब्ध होगी। मुरादाबाद रेल मंडल प्रशासन को आठ ट्रेनों के कोचों को अपग्रेड करने के निर्देश दिए गए हैं।
देश भर में 12,617 ट्रेनें चलती हैै, जिसमें 90 फीसद ट्रेनों में अभी पुराने कोच लगे हुए हैैं। दस फीसद ट्रेनों में एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच लगाए गए हैैं। सभी ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाने में दस वर्ष से अधिक समय लग सकता है। रेल प्रशासन का माना है कि सभी ट्रेनों का किराया एक बराबर है, उसके बाद यात्रियों को दो तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना गलत है। रेलवे ने तत्काल पुराने कोचों में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है। यह कार्य तेज गति से कराया जाना है। इसके लिए रेल मंडल को काम सौंपा गया है। जिससे एक साल में सभी कोचों में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी। पुराने कोचों की छतों में ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि गर्मी के समय स्लीपर व जनरल कोच के यात्रियों को कम गर्मी महसूस होगी। इसके अलावा सोने व बैठने की सीट की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। पुराने सिस्टम के शौचालय और वाशबेसिन हटाए जाएंगे।
रेल मंडल की इन ट्रेनों के कोच होंगे आधुनिक
मुरादाबाद रेल मंडल द्वारा संचालित बरेली-भुज आला हजरत एक्सप्रेस, देहरादून-उज्जैन एक्सप्रेस, बरेली-मुगलसराय एक्सप्रेस, बरेली-एलटीटी एक्सप्रेस, बरेली इंदौर एक्सप्रेस, नई दिल्ली-देहरादून जनशताब्दी एक्सप्रेस, देहरादून-इंदौर एक्सप्रेस तथा बरेली-नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस में पुराने कोच लगे हुए है। 31 मार्च 2021 तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि देश भर के पुराने कोचों में आधुनिक सुविधा बढ़ाया जाना है।