एक मार्च से खुल जाएंगे प्राइमरी स्कूल, मुरादाबाद के 90 प्रतिशत अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं
कोरोना की वजह से स्कूलों में रही छुट्टी के बाद अब सोमवार से कक्षा एक से पांचवीं तक की कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। घरों से लेकर स्कूलों तक तैयारी शुरू हो गई है। स्कूलों में कक्षाओं के संचालन को शेडयूल तय कर दिया गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना की वजह से स्कूलों में रही छुट्टी के बाद अब सोमवार से कक्षा एक से पांचवीं तक की कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। घरों से लेकर स्कूलों तक तैयारी शुरू हो गई है। स्कूलों में कक्षाओं के संचालन को शेडयूल तय कर दिया गया है। केवल दो पीरियड लिए जांएगे। सुबह नौ बजे स्कूल नर्सरी से पांचवीं तक के बच्चों को शारीरिक दूरी के साथ बैठाया जाएगा । पब्लिक स्कूलों की बात करें तो नर्सरी से 12 तक अब पूरी तरह स्कूल खुल जाएंगे। अभी तक सितंबर 2020 से नवीं से 12वीं तक और 10 फरवरी से कक्षा छह से आठवीं तक स्कूल खुल चुके हैं। इनमें स्कूल आने वाले बच्चाें की संख्या कम है। जिससे शारीरिक दूरी के साथ बैठाने में कोई मुश्किल नहीं होगी। ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन पढ़ाई का भी विकल्प रहेगा। लेकिन, 90 फीसद अभिभावक छोटे बच्चाें को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं हैं। वह सहमति पत्र में भी लिखकर दे चुके हैं कि स्कूल नहीं भेजेंगे, क्योंकि अभी कोरोना केस कम हुए हैं खत्म नहीं हुआ है। इन्हीं दिनों में तेजी से कोरोना फैलना शुरू हुआ था और महाराष्ट्र में फिर से केस बढ़ने शुरू हो गए हैं। जिससे छोटे बच्चों को स्कूल भेजना ठीक नहीं है। केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य विजेश कुमार कहते हैं कि जो सहमति पत्र की शर्तों के तहत स्कूल आएंगे उन्हीं को आफलाइन पढ़ाया जाएगा। स्कूल न आने वाले बच्चों के लिए पहले की तरह ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखी जाएगी। पीएमएस स्कूल के प्रधानाचार्य मैथ्यूज कहते हैं कि स्कूलों में बच्चों की संख्या छठी से 12वीं तक बढ़ी है। प्राइमरी कक्षाओं में सहमति पत्र जिनका मिलेगा, उन्हीं की कक्षाएं ऑफलाइन चलेंगी अन्य की पहले की तरह ऑफ लाइन कक्षाएं चलेंगी।