सम्भल में ईद मिलादुन्नबी को लेकर तैयारियां शुरू
कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष ईद मिलादुन्नबी का जुलूस नहीं निकलेगा लेकिन घराें में सादगी से मनाने को लेकर शहर में ईद मिलादुन्नबी की तैयारियां पूरे जोर-शोर से शुरु हो गई हैं। मुस्लिम क्षेत्रों में लोगों ने घरों की साफ सफाई करके सजाना शुरू कर दिया है।
सम्भल, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष ईद मिलादुन्नबी का जुलूस नहीं निकलेगा, लेकिन घराें में सादगी से मनाने को लेकर शहर में ईद मिलादुन्नबी की तैयारियां पूरे जोर-शोर से शुरु हो गई हैं। मुस्लिम क्षेत्रों में लोगों ने घरों की साफ सफाई करके सजाना शुरू कर दिया है। वहीं मस्जिदों में फजर की नमाज के बाद सलातों सलाम का नजराना पेश किया जा रहा हैं।
नगर में 30 अक्टूबर को ईद मिलादुन्नबी का त्योहार हर वर्ष की तरह इस वर्ष हर्षोल्लास के साथ नहीं मनाया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते इससे बचाव व सुरक्षा को लेकर सरकार ने एक जगह भीड़ जमा न हो इसके लिए सभी जुलूस आदि पर रोक लगा दी है। इसलिए इस बार ईद मिलादुन्नबी का जुलूस नहीं निकलेगा। जिस पर मुस्लिम समाज ने ईद मिलादुन्नबी को सादगी के साथ घरों में मनाने का निर्णय लिया है और सरकार द्वारा कोरोना से बचाने के लिए बनाए गए नियमों के अनुसार तैयारियां शुरू कर दी है। मुस्लिम समाज के लोगों में ईंद मिलादुन्नबी को लेकर उल्लास नजर आ रहा है। घरों की सजावट के लिए झंडे, पगड़ी और हजरत मुहम्मद साहब की याद से जुड़े प्रतीकात्मक सामान की खरीदारी कर रहे हैं। घरों की साफ सफाई रंग पुताई के साथ रंग बिरंगी बिजली की झालरों व बल्लों से सजाना शुरू कर दिया है। वहीं शहर इमाम मुहम्मद नाजिम का कहना है कि हजरत मुहम्मद साहब की शान में साल में एक ही कार्यक्रम होता है। चांद की एक तारीख से ही सलातों सलाम और दरूद शरीफ का विर्द शुरू कर दिया जाता है। नायाब शहर इमाम काजी मरगूब ने बताया कि कोरोना महामारी से बचने के लिए सरकार के बनाए नियमों का पालन करें और इस बार सादगी के साथ अपने घरों में चरागां करें। नज्रों नियाज पेश करें। मुल्क से कोरोना वायरस के खात्में के लिए अल्लाह से दुआ करें।