Positive India : लॉकडाउन में इंग्लैंड का अनुशासन सिखा रहे संत, बोले-मैं रोज दो घंटे पढ़ता हूं अखबार Amroha News
Positive India लॉकडाउन में अफवाहों का बाजार गर्म है। 21 साल से इंग्लैंड में रह रहे सरदार संत सिंह रोजाना अखबार पढ़ते हैं। बोले विशेषज्ञ बता चुके हैंं अखबार पूरी तरह सुरक्षित है।
अमरोहा (अनिल अवस्थी)। पिछले 23 वर्षों से इंग्लैंड में रह रहे प्रवासी भारतीय दो मार्च से अमरोहा में हैं। लॉकडाउन के चलते फिलहाल यहीं हैं। अनुशासन व स्वच्छता के प्रति लोगों की उदासीनता उन्हें सालती है। मगर भारतीय सामाजिकता के वह कायल हैं। फिलहाल घर में अखबार पढ़कर व टीवी देखकर समय बिता रहे हैं। मौका मिलते ही लोगों को इंग्लैंड का अनुशासन सिखाने में जुट जाते हैं।
इंग्लैंड के गुरुद्वारे में हैं ज्ञानी
मूलत: अमरोहा के रहने वाले संत संगीत से स्नातक हैं। दोस्तों के साथ इंग्लैंड गए थे फिर लेस्टर शहर स्थित एक गुरुद्वारे में ज्ञानी बन गए। हालांकि उनकी पत्नी व दोनों बेटे आवास विकास कालोनी में ही रहते हैं। संत अमरोहा आते-जाते रहते हैं। इस बार दो महीने के लिए आए थे। अमृतसर, महाराष्ट्र आदि जगह बच्चों के साथ घूमने का कार्यक्रम था। चार मई को वापस लौटना है। लॉकडाउन में कार्यक्रम निरस्त हो गए हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि यहां के लोग नियमों को लेकर संजीदा नहीं हैं। कोरोना से मौत के भय से अंदर हैं, सरकार के नियमों की उनमें परवाह नहीं दिखती। अफवाह को जांचे परखे बगैर सच मान लेते हैं। कहा कि कोरोना का खतरा बताकर कुछ लोगों ने अखबार पढऩे से मना किया। बोले कि हैरत है कि दुनिया के सभी विशेषज्ञ जब अखबार सुरक्षित बता चुके हैं, फिर लोग कैसे अफवाहों पर यकीन कर रहे। वह खुद दो घंटे अखबार पढ़ते हैं, फिर परिजनों से खबरों पर चर्चा करते हैं। कहते हैं कि साफ-सफाई, अनुशासन के मामले में इंग्लैंड बहुत आगे हैं। मगर एक-दूसरे से संपर्क बनाए रखने व सामाजिकता में ङ्क्षहदुस्तान का सानी नहीं। बताते हैं कि इंग्लैंड में थूकना तो दूर कुत्ते को टहलाते वक्त उसकी गंदगी के लिए भी लोगों को थैली लेकर जानी पड़ती है। आसपास के लोगों को फोन से, कोई दरवाजे पर आ जाए तो शारीरिक दूरी बनाकर स्वच्छता अपनाने और इंग्लैंड के अनुशासन की जानकारी देते हैं।
कोरोना के संक्रमण से हैरान
सरदार संत सिंह बताते हैं कि जब वह इंग्लैंड से चले थे तब वहां सिर्फ इटली में इसके फैलने की खबरें थीं। लंदन से इटली व स्पेन का रास्ता महज डेढ़-दो घंटे का है। यहां पहुंचने के बाद अचानक इंग्लैंड के साथ इसके भारत में भी फैलने की खबरें शुरू हुईं। इंग्लैंड में इतनी तेजी से कोरोना फैलने से हतप्रभ हैं। कहते हैं कि वहां मौसम ठंडा होने के कारण ही ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ गए।