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फ‍िर बढ़ने लगा प्रदूषण, रेड जोन में आया शहर, और ब‍िगड़ सकते हैं हालात

Pollution in Moradabad एक नवंबर से 14 नवंबर तक रेड जोन में रहने के बाद एलो जोन में था शहर। हवाएं कम हुईं तो पीएम-10 के कण शहर से ऊपर नहीं जाने से बढ़ा प्रदूषण। 10 शहर रेड जोन में आ गए हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 09:04 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 09:04 AM (IST)
फ‍िर बढ़ने लगा प्रदूषण, रेड जोन में आया शहर, और ब‍िगड़ सकते हैं हालात
अपना शहर प्रदेश में दसवें स्थान पर है।

मुरादाबाद, जेएनएन। Pollution in Moradabad। कुछ द‍िनों की राहत के बाद शहर की आबोहवा फिर प्रदूषण के आगोश में आ गई है। दीपावली के दिन रेड जोन में शहर था। लेकिन, 16 नवंबर से 23 नवंबर तक एलो जोन में आने से शहर की आबोहवा की सेहत दुरुस्त होने लगी थी। मंगलवार की सुबह वातावरण में सुबह व शाम को स्मॉग साफ दिखाई दिया। इससे शहर फिर रेड जोन में आ गया है।

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सुबह आठ बजे 313 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब पर पहुंच गया। तेज हवाओं से शहर में पीतल की भट्टियां व ई-कचरा का धुआं सतह से ऊपर जाने के कारण शहर एलो जोन में था लेकिन, मंगलवार को हवाएं थमते ही फिर से रेड जोन ने खतरा बढ़ा दिया है। मंगलवार की शाम को 279 माइक्रो मीटर प्रति क्यूब प्रदूषण का स्तर एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) के अनुसार पाया गया है। बाजारों में बढ़ती भीड़, वाहनों से जाम, ई कचरा, पीतल की भटि्टयों से उठता धुआं शहर के लिए घातक बना हुआ है। इसके बावजूद तेज हवाओं से प्रदूषण फुर्र हो गया था। 156 पीएम-10 पहुंच गया था। अब 313 पर पहुंचने से दमा, हृदय, शुगर व अन्य रोगियों की परेशानी बढ़ा दी है। तेज हवाओं के कारण दीपावली के बाद प्रदेश रेड जोन से मुक्त हो गया था। लेकिन, मंगलवार को प्रदेश के 10 शहर रेड जोन में आ गए हैं। हालांकि अपना शहर प्रदेश में दसवें स्थान पर है।

उप्र में रेड जोन में आए शहर

बुलंदशहर    436

गाजियाबाद   431

बागपत        411

ग्रेटर नोएडा 390

मेरठ           386

मुजफ्फरनगर 341

कानपुर        339

नोएडा          339

लखनऊ       338

मुरादाबाद      313

तेज हवाओं ने एक सप्ताह तक शहर में प्रदूषण का स्‍तर कम कर दिया था। अब हवाएं कम होने से जमीन की सतह से पीएम-10 के कण ऊपर नहीं जा रहे हैं। मौसम में नमी बढ़ने और तेज हवाएं कम होने से ही प्रदूषण की मात्रा बढ़ी है।

डॉ.अनामिका त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान, हिंदू कालेज


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