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सलमान के परिजनों ने खोल दी फिरौती मांगने वाले पुलिसकर्मियों की पोल Moradabad news

उच्चाधिकारियों व सहकर्मियों के बीच अक्षय उप्पल की शाख तेज दिमाग सिपाही की थी। बीट सिपाही अक्षय का मुखबिर तंत्र मजबूत था।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 12:06 PM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 12:06 PM (IST)
सलमान के परिजनों ने खोल दी फिरौती मांगने वाले पुलिसकर्मियों की पोल Moradabad news
सलमान के परिजनों ने खोल दी फिरौती मांगने वाले पुलिसकर्मियों की पोल Moradabad news

मुरादाबाद ,जेएनएन। लूट की रकम हथियाने की सिपाही अक्षय उप्पल की मंशा का भंडाफोड़ सलमान के परिजनों की वजह से हुआ। बताया जाता है कि अपहर्ता दो घंटे से भी अधिक समय तक सलमान को कार में बैठा कर घूमाते रहे। सलमान से फिरौती के रूप में एक लाख मांगा। इधर घर छोडऩे से पहले ही सलमान परिजनों को बता चुका था कि वह हल्का सिपाही अक्षय के साथ जा रहा है। दो घंटे बाद सलमान नहीं लौटा तो अनहोनी की आशंका में उसके घर वाले थाने पहुंच गए। इससे सिपाहियों के खेल का भंडाफोड़ हो गया।

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अपने ही बुने जाल में फंसा सिपाही

अपहरण व फिरौती मांगने के आरोप में शुक्रवार को जेल भेजे गया भोजपुर थाने का सिपाही अक्षय उप्पल अपने ही बुने जाल में फंस गया। लूट की रकम में हिस्सेदारी की लालच उसे ले डूबी।

वर्ष 2018 बैच का सिपाही अक्षय उप्पल भोजपुर थाने में तैनात था।  बताया जाता है कि जिस मुख्तार अली उर्फ सलमान उर्फ मोटा के अपहरण के आरोप में सिपाही को जेल की हवा खानी पड़ी, वह पहले से ही अक्षय का मुखबिर था। छह माह पहले दोनों की मुलाकात का जरिया एक मोबाइल बना।

छह माह पहले मिली जुआ खेलने की सूचना

भोजपुर थाना क्षेत्र का ग्राम शाहपुर मजरा का बीट आरक्षी अक्षय उप्पल था। छह माह पहले उसे गांव में जुआ खेले जाने की सूचना मिली। सिपाही ने छापेमारी की तो जुआरी भाग निकले लेकिन मौके से उसे एक लावारिस मोबाइल मिला। छानबीन में पता चला कि लावारिस मोबाइल सलमान का है। मोबाइल में पूर्वांचल के गोरखपुर से ताल्लुक रखने वालों के नाम मिले। तब सलमान ने ऐसा राज खोला कि सिपाही अक्षय हक्का बक्का रह गया।

लुटेरों के गिरोह का सक्रिय सदस्य है सलमान

सलमान चलती ट्रेन में लूटपाट व यात्रियों का सामान लेकर फरार होने वाले गिरोह का सक्रिय सदस्य है। यह दावा करने वाले क्षेत्राधिकारी ठाकुरद्वारा विशाल यादव ने बताया कि पूछताछ में सलमान ने यह बात कबूल की। बताया कि गोरखपुर में चलती ट्रेन से यात्रियों का सामान लूटने में उसकी भूमिका थी। सलमान का ससुर भी लूट में जेल जा चुका है।मुरादाबाद पुलिस सलमान का आपराधिक रिकार्ड जीआरपी की मदद से खंगाल रही है।

सिपाही अक्षय को लगी मोटी रकम होने की भनक

मोबाइल के जरिए एक दूसरे के दोस्त बने सलमान व सिपाही अक्षय के बीच लगातार बातचीत होती थी। अक्षय को जब भनक लगी कि सलमान गोरखपुर से लौटा है और उसके पास मोटी रकम है, तो वह बेचैन हो उठा। मूंढापांडे थाने में तैनात आरक्षी निखिल पवार की मदद से उसने सलमान से धनउगाही का तानाबाना बुना। योजना में आरक्षी निखिल का बागपत निवासी तहेरा भाई आशीष भी शामिल हो गया।

फूफा की कार से सलमान का अपहरण

सिपाही अक्षय उप्पल ने सलमान का अपहरण करने में जिस कार का उपयोग किया, वह उसके फूफा की है। पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक कुछ दिनों पहले लखनऊ में डिफेंस एक्सपो में सिपाही अक्षय उप्पल की भी ड्यूटी लगी थी। वहीं से वह फूफा की कार लेकर लखनऊ गया। वहां से लौटने के बाद से कार उसके पास थी।

साथी को बताया एसओजी टीम का सदस्य

सिपाही अक्षय उप्पल ने सलमान के अपहरण में शामिल रहे सिपाही निखिल व उसके भाई आशीष को उसने फूफा की कार सौंप दी। फिर सलमान के घर गया और उससे कहा कि एसओजी टीम के सदस्य आए हैं। पूछताछ करेंगे। कार में बैठ जाओ। सलमान कार में सवार होकर निखिल व आशीष के साथ निकला। जबकि अक्षय उप्पल खुद बाइक पर सवार हो गया।

रात में दो बजे टोल प्लाजा पर छोड़ा

सलमान के पिता अहसान ने तहरीर देकर पुलिस को बताया कि आरोपित सिपाहियों ने उसके पुत्र को गुरुवार शाम साढ़े सात बजे अपहृत सलमान को रात दो बजे टोल प्लाजा पर छोड़ा। सिपाहियों पर मोबाइल के जरिए एक लाख रुपये फिरौती मांगे जाने का आरोप लगाते हुए पीडि़त ने बताया कि आरोपितों ने सलमान का मोबाइल लूट लिया था। आरोपितों के कब्जे से लूटा गया मोबाइल भी बरामद हो गया।


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