दुष्कर्म के प्रयास में पुलिस नहीं कर रही थी कार्रवाई, आहत किशोरी ने खाया जहर
मुरादाबाद : महिला उत्पीड़न रोकने के दावे करने वाली पुलिस पर मातहत ने ही कालिख पोत दी।
मुरादाबाद : महिला उत्पीड़न रोकने के दावे करने वाली पुलिस पर मातहत ने ही कालिख पोत दी। कटघर क्षेत्र में घर में घुसकर पड़ोसी युवक ने किशोरी दुष्कर्म का प्रयास किया। उसके कपड़े फाड़ दिए। पुलिस ने शिकायत ली लेकिन 24 घंटे बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। दबंग फिर किशोरी को धमकाने पहुंचे। ग्लानि में किशोरी ने जहर खाकर खुदकशी का प्रयास किया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। किशोरी की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने अपनी खाल बचाने के लिए रात में मुकदमा दर्ज कर लिया। ये है पूरा मामला कटघर की नंद कालोनी में पड़ोसी राहुल अपने भाई और पिता के साथ शनिवार की रात 11 बजे किशोरी के घर में घुस गया। उस समय किशोरी घर में अकेली थी। तीनों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। विरोध करने पर कपड़े फाड़ दिए। शोर मचाने पर आरोपित मौके से भाग गए। किशोरी के परिजनों ने मामले की तहरीर कटघर पुलिस को दी। पुलिस ने मौके तक पहुंचने की कोशिश नहीं की है। रविवार को आरोपित फिर से किशोरी के घर घुस गए और छेड़खानी की। इससे हताश होकर किशोरी ने शाम को जहर खाकर जान देने की कोशिश की। तत्काल ही किशोरी को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इसके बाद पुलिस ने राहुल, उसके भाई और पिता के खिलाफ छेड़छाड़, दुष्कर्म का प्रयास और मारपीट तथा पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। सीओ सुदेश गुप्ता ने बताया कि मामला रंजिश का है। निष्पक्ष विवेचना की जाएगी।
खाकी ने फिर किया शमर्सार कटघर पुलिस की कार्रवाई से एक बार फिर विभाग को शर्मसार होना पड़ा। दुष्कर्म के प्रयास मामले में विवाद की शुरुआत आठ माह पहले हुई थी। उस समय दो पक्षों की ओर से क्रास मुकदमे दर्ज किए थे, जिसमें पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई कर दी थी। इसको लेकर आरोपित पक्ष ने दोबारा से फिर किशोरी के घर पर हमला बोल दिया। यदि पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई करती तो विवाद तभी निपट जाता। अप्रैल में पीड़ित किशोरी और राहुल पक्ष के लोगों में बच्चों के खेलने को लेकर विवाद हो गया था। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी थी। राहुल का आरोप था कि उसकी पत्नी के साथ किशोरी के भाई, पिता और किशोरी ने छेड़छाड़ की हैं, जबकि किशोरी पक्ष की ओर से घर में घुसकर मारपीट का आरोप राहुल पर लगा था। पुलिस ने विवेचना में किशोरी पक्ष की ओर से दर्ज मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी, जबकि राहुल पक्ष की ओर से दर्ज कराए मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। इस मुकदमे में किशोरी को क्लीनचिट दे दी। उसके भाई ओर पिता को जेल जाना पड़ा। उस समय किशोरी और उसकी मां ने एसएसपी से लेकर आइजी तक के ऑफिस में गुहार लगाकर निष्पक्ष जांच की मांग की थी। अफसरों को लगातार उनके अधीनस्थ गुमराह करते रहे। किशोरी पक्ष का आरोप है कि मुकदमे की विवेचना सही तरीके से नहीं की गई। यही कारण है कि राहुल पक्ष की ओर से किशोरी के घर पर धावा बोल दिया। उसके बावजूद भी पुलिस मौके तक नहीं पहुंची। इंस्पेक्टर अजीत कुमार का कहना है कि मामला उनके समय से पहला है। ऐसे में पूरे मामले की दोबारा से जांच कराई जा रही है। किशोरी की ओर से भी मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश में दबिशें डाली गई है। मांगी गई है रिपोर्ट : एसएसपी दोनों पक्षों की ओर से दर्ज किए मुकदमो में सीओ से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। रविवार को दी गई किशोरी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
जे रविन्दर गौड, एसएसपी