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मोबाइल का पैटर्न लॉक नहीं खोल पा रही थी पुलिस, एक घंटे बाद फोन आया तो बताया-हादसा हुआ है तुरंत आइए

सड़क हादसे में सर्राफा व्यापारी और पूर्व चेयरमैन के बेटे की मौत। हादसे के बाद कस्बा गवां में दौड़ी शोक की लहर। सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंचे नगरवासी। बताया जा रहा है कि दोनों ही लोग कई वर्षों से मित्र थे

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 08:25 AM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 08:25 AM (IST)
मोबाइल का पैटर्न लॉक नहीं खोल पा रही थी पुलिस, एक घंटे बाद फोन आया तो बताया-हादसा हुआ है तुरंत आइए
सम्‍भल में गवां-अनूपशहर मार्ग पर हादसा हो गया।

सम्‍भल, जेएनएन। ज‍िले के रजपुरा थाना क्षेत्र के गवां-अनूपशहर मार्ग पर हादसा हो गया। इसमें दो की जान चली गई। शवों की श‍िनाख्‍त के ल‍िए पुलिस देर तक प्रयास करती रही लेकिन जेब से म‍िले मोबाइल का पैटर्न लॉक नहीं खुल रहा था। इस प्रयास में तकरीबन एक घंटे का समय बीत चुका था। इसके बाद मोबाइल पर आए फोन ने पुलिस का काम आसान कर द‍िया। पुलिस कर्मियों ने कॉल र‍िसीव कर स्‍वजनों को हादसे की जानकारी दी।

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दरअसल वाहन की टक्‍कर से बाइक सवार कस्बा गवां के रहने वाले एक सर्राफा कारोबारी के साथ-साथ पूर्व चेयरमैन के बेटे की मौत हो गई थी।

यह है पूरा मामला

रजपुरा थाना क्षेत्र के कस्बा गवां के मुख्य बाजार मोहल्ला सब्जी मंडी के संतोष सैनी (45) पुत्र जुगल किशोर सैनी अपने मित्र सर्राफा कारोबारी जय भगवान वर्मा (50) पुत्र बुद्धसेन वर्मा को साथ लेकर बाइक से सोमवार की शाम को बुलंदशहर जनपद के कस्बा अनूपशहर गए थे, जहां से दोनों लोग देर शाम अपने घर लौट रहे थे कि करीब 7:45 बजे वह रजपुरा थाना क्षेत्र के अनूपशहर-गवां मार्ग स्थित दीपपुर डांडा गांव पर पहुंचे ही थे कि उन्हें एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिसके बाद वहां से गुजर रहे लोगों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस की पीआरबी वैन को दी। जैसे ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को एंबुलेंस के जरिए रजपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया और बताया कि इनकी मौत कुछ समय पहले ही हो चुकी थी। लेकिन काफी देर तक दोनों की शिनाख्त नहीं हो सकी और मौके पर पहुंचे रजपुरा के प्रभारी निरीक्षक ने उनकी जेब से मोबाइल निकाला। जिसका पैटर्न लॉक लगा हुआ था। करीब एक घंटे बाद मोबाइल पर किसी परिचित का फोन आया, जिससे बातचीत करने के बाद दोनों के शवों की शिनाख्त हो सकी। तत्पश्चात नगर गवां के चेयरमैन अखिलेश अग्रवाल से बात की गई और उन्होंने उनके परिवार वालों को सूचना दी। चेयरमैन भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद परिवार वाले भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि दोनों ही लोग कई वर्षों से मित्र थे जिसमें संतोष सैनी के पिता जुगल किशोर सैनी नगर पंचायत गवां के चेयरमैन भी रह चुके हैं। ये दोनों कस्बा गवां में रामलीला कमेटी में पदाधिकारी भी रह चुके हैं।  


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