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द‍िल्‍ली किसान आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे मुरादाबाद के किसानों को पुलिस ने टोल प्लाजा पर रोका

किसान परिवार समेत सड़क पर बैठ गए। दरअसल बच्चे महिलाएं और पुरुष सभी दिल्ली आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे थे। पुलिस के जबरन बस से उतारने के बाद उन्हें वापस खटीमा भेज दिया गया। पिछले एक सप्ताह से किसान दिल्ली आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 04:26 PM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 04:26 PM (IST)
द‍िल्‍ली किसान आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे मुरादाबाद के किसानों को पुलिस ने टोल प्लाजा पर रोका
कृषि बिल में संशोधन जब तक नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा।

मुरादाबाद, जेएनएन। कृषि कानून के विरोध में किसानों का दिल्ली कूच अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को खटीमा के किसान रोडवेज बस से दिल्ली जा रहे थे। मूंढापांडे टोल प्लाजा पर पुलिस ने उन्‍हें रोक लिया। इस पर किसान पुलिस से भिड़ गए और किसान आंदोलन में जाने देने का दबाव बनाने लगे। पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। 

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किसान परिवार समेत सड़क पर बैठ गए। दरअसल बच्चे, महिलाएं और पुरुष सभी दिल्ली आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे थे। पुलिस के जबरन बस से उतारने के बाद उन्हें वापस खटीमा भेज दिया गया। पिछले एक सप्ताह से किसान दिल्ली आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं। दो द‍िन पहले पाकबड़ा में भी पुलिस ने किसानों को रोक दिया था। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य जोड़ने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि अब पहले से ज्यादा शोषण होगा। उनकी फसल को खराब बताकर कम दाम लगाने की कोशिश होगी। मुरादाबाद में भी भारतीय किसान यूनियन के नेता कई बार कलेक्ट्रेट से लेकर सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरपाल सिंह का कहना है कि किसानों की आवाज दबाने की कोशिश सरकार कर रही है। कृषि बिल में संशोधन जब तक नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा। 


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