फरार डीआइओ की तलाश में मेरठ पहुंची सम्भल पुलिस, घर और संभावित ठिकानों पर दबिश
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद फरार है आरोपित डीआइओ। बहजोई पुलिस उसकी तलाश के लिए मेरठ में ही रुकी हुई है और इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए उसकी वर्तमान तैनाती जनपद महोबा मेंं भी पहुंच सकती है।
सम्भल, जेएनएन। बहजोई मेें धोखाधड़ी और हत्या की साजिश रचने के आरोपों से गिरे डीआइओ की गिरफ्तारी और पूछताछ के लिए बहजोई पुलिस मेरठ पहुंची, जहां पुलिस ने उसके घर और संभावित ठिकानों पर दबिश थी लेकिन वह फरार निकला। अब पुलिस अगली दबिश उसके वर्तमान तैनाती जनपद महोबा में दे सकती है।कोतवाली बहजोई के वरिष्ठ उपनिरीक्षक धनवान सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम आरोपित डीआइओ संजय शर्मा की गिरफ्तारी और पूछताछ के लिए रविवार की दोपहर को बहजोई से रवाना हुई। जिसने मेरठ स्थित उसके घर प्रगति विहार में दबिश दी लेकिन आरोपित डीआइओ अपने घर पर नहीं मिला। पुलिस के अनुसार घर पर मौजूद परिवार वालों ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही वह घर नहीं पहुंचा है। फिलहाल बहजोई पुलिस उसकी तलाश के लिए मेरठ में ही रुकी हुई है और इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए उसकी वर्तमान तैनाती जनपद महोबा मेंं पहुंच सकती है। पुलिस उसकी तलाश के लिए सर्विलांस की मदद भी ले रही है।
विभागीय टीम की जांच के साथ सक्रिय हुई पुलिस
विदित रहे कि इस मामले में एनआइसी विभाग की ओर से भी जांच की गई, जिसमें पीड़ित कारोबारी के अलावा उसकी बहन और उसकी मां ने भी जांच टीम के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए थे, जिसमें मां और बेटे ने आरोपित डीआइओ पर धोखाधड़ी और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए संपत्ति बचाने की गुहार लगाई थी, हालांकि आरोपित डीआइओ जांच टीम के समक्ष पेश नहीं हुआ। जिसके बाद एनआइसी की तीन सदस्यीय जांच टीम लखनऊ के लिए लौट गई। तभी से पुलिस ने आरोपित डीआइओ की तलाश के लिए दबिश देनी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि विभागीय जांच में कुछ स्पष्ट नहीं होने के चलते कार्रवाई की प्रक्रिया पुलिस की जांच पर टिकी हुई है, जैसे ही पुलिस डीआइओ से उसके पक्ष को जानकर अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी तभी गिरफ्तारी की आशंका जताई जा रही है।
आरोपितों की तलाश में कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक के नेतृत्व में एक टीम मेरठ में गई हुई है, जहां उसके घर पर दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला है। जिसकी तलाशी के लिए अभियान जारी है। पुलिस को जांच आगे बढ़ाने के लिए उससे पूछताछ करना जरूरी है।
- रविंद्र प्रताप सिंह, प्रभारी निरीक्षक, बहजोई।