मुरादाबाद में रसूखदार लोगों के घरों में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचा रहे प्लांट संचालक, विभाग ने शुरू की छापेमारी
दवाओं के साथ ही ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासनिक अफसरों ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन और पुलिस की टीम संयुक्त रूप से मझोला क्षेत्र में अनावश्यक रूप से ऑक्सीजन लेने आ रहे लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। दवाओं के साथ ही ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासनिक अफसरों ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन और पुलिस की टीम संयुक्त रूप से मझोला क्षेत्र में अनावश्यक रूप से ऑक्सीजन लेने आ रहे लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी है। ऑक्सीजन प्लांट का संचालन कर रहे लोगों की कार्यप्रणाली पर निगाह रखी जा रही है।
एसडीएम सदर प्रशांत तिवारी के साथ ही सदर तहसीलदार नितिन तेवतिया ने मझोला थाना क्षेत्र के तीन ऑक्सीजन प्लांट में एक साथ छापेमारी की। इस दौरान अफसरों ने लाइन में लगे लोगों से डॉक्टरों के पर्चे और मरीज के बारे में जानकारी लेना शुरू किया। इस दौरान कई लोग ऐसे मिले, जो मरीज के बिना भी ऑक्सीजन लेने के लिए पहुंचे थे। अफसरों की जांच शुरू होते की लाइन में लगे कुछ लोग धीरे से मौके से भाग गए। इस दौरान अफसरों ने ऑक्सीजन प्लांट संचालकों को सख्त हिदायत दी कि बिना जरूरी दस्तावेज देखे ऑक्सीजन का सिलेंडर भरने व सप्लाई देने का काम न करें। प्लांट में आई आक्सीजन के साथ डिलीवरी के सभी दस्तावेज को चेक किया गया।
रसूखदार लोगों के घरों में भेजे गए सिलेंडर
कोरोना महामारी के इस दौर में कुछ ऑक्सीजन प्लांट संचालक रसूखदारों के घरों में सिलेंडर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जिन लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है, उन लोगों के घर में तीन से चार सिलेंडर पहुंचाने का काम प्लांट संचालकों ने किया है। जिन प्लांट में अफसरों ने छापेमारी की थी, उन प्लांटों से भी गैरजरूरी लोगों को ऑक्सीजन सप्लाई की शिकायत की गई हैं। एसडीएम सदर ने बताया कि सभी शिकायतों की जांच की जा रही है, अगर शिकायतें सही मिलती है, तो आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।