सम्भल में निजी बसों में सफर करने को तैयार नहीं यात्री, चल रहीं खाली
सभी बस स्टैण्डों पर लगभग 100 बसें है। इस समय एक बस में 10 से 15 सवारी ही बैठकर सफर कर रही है। सवारी कम होने पर बस संचालकों ने बस का किराया बढ़ा दिया है। ।
सम्भल। कोरोना वायरस संक्रमण ने लोगों में इस कद्र खौफ पैदा कर दिया है कि लोग निजी बसों से दूरी बना रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण से पहले निजी बसों में लोग भर भर के सफर करते थे, लेकिन इस समय निजी बसों में लोग सफर करने में कतरा रहे हैं।
सम्भल शहर में छह प्राइवेट बस स्टैंड है। लगभग 100 बसें चल रही है। अनलॉक में प्रशासन ने नियम व शर्तों के साथ निजी बस के संचालन को छूट दी थी। उसके बाद भी लोग बसों में बैठने को तैयार नहीं है। जिसके कारण निजी बस संचालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से वजह से निजी बसों को संचालन बिल्कुल बंद था। जिसकी वजह से बस संचालकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया। अनलॉक में शासन प्रशासन द्वारा निजी बसों को नियम व शर्तों के अनुरूप संचालन करने की अनुमति दी, लेकिन लोगों के दिमाग पर इस कद्र कोरोना का खौफ चढ़ा है कि लोग निजी बसों में सफर करने से डर रहे हैं। सम्भल नगर में छह निजी बस स्टैंड है। जहां से अलग-अलग जगह व जनपदों के लिए बसें जाती है।
कोरोना से पहले प्रत्येक बस स्टैण्ड पर 30 या 45 मिनट की सर्विस थी लेकिन इस समय एक घंटे से डेढ़ घंटे की सर्विस कर दी गई। उसके बाद भी अपेक्षा के अनुसार सवारी नहीं मिल रही है। जिसकी वजह से बस संचालकों को भारी नुकसान हो रहा है। बस संचालक हाजी रईस ने बताया कि पहले कोरोना वायरस संक्रमण ने पूरी तरह से काम खत्म कर दिया। जब कुछ राहत मिली तो अब पेट्रोल डीजल के आसमान छूते रेटों ने परेशान करके रख दिया है। इस समय सवारी नहीं मिल रही है। जिसकी वजह से खर्चा भी पूरा नहीं हो पा रहा है। अगर ऐसा की चलता रहा तो निजी बसों का काम खत्म ही हो जाएगा।
सम्भल नगर में निजी बस स्टैंड
हसनपुर निजी बस स्टैंड
चन्दौसी निजी बस स्टैंड
बहजोई निजी बस स्टैंड
आदमपुर निजी बस स्टैंड
गवां निजी बस स्टैंड
अमरोहा निजी बस स्टैंड
लॉकडाउन की वजह से निजी बसों का धंधा चौपट हो गया है। इस समय निजी बस संचालकों को बसें संचालित करने में बहुत परेशानी हो रही है। क्योकि इस समय सवारी निजी बसों में सफर करने से बच रही है। एक बस में 10 से 15 सवारी एक बार में जा रही हैं। जिससे बसों के खर्चा भी पूरी नहीं हो पा रहा है। डीजल के दाम प्रतिदिन बढ़ रहे हैं जिससे और ज्यादा परेशानी हो रही है।
नवाब जिला सचिव, प्राइवेट बस एसोसिएशन सम्भल