Passing out Parade : सीएम योगी बोले-सरकार देगी तीन लाख नई सरकारी नौकरियां
सीएम ने कहा कि अपराध के बदलते प्रवृत्ति व प्रकृति को समझना होगा। एक वर्षीय प्रशिक्षण इन जिम्मेदारियों से निपटने में सहयोगी होगा। पीड़ितों को न्याय दिलाने में खुद की क्षमता का उपयोग करें। पुलिस व अभियोजन अधिकारी एकजुट होकर कार्य करें।
मुरादाबाद, जेएनएन। Passing out Parade at Police academy। डॉ भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी के दीक्षा परेड के तत्काल बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए संबोधित किया। इसमें 29 नए सहायक अभियोजन अधिकारी भी शामिल रहे।
सीएम ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोविड 19 से त्रस्त है। इस परिस्थिति में भी पुलिस अकादमी ने अपनी गौरवशाली परंपरा को आम जनमानस की सेवा के लिए यूपी पुलिस के लिए प्रशिक्षित पुलिस अधिकारियों व सहायक अभियोजन अधिकारियों की ट्रेनिंग के कार्यक्रम का आयोजन किया। कोविड के प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए प्रशिक्षण पाने के लिए सभी को शुभकामनाएं देता हूं। उर्जा से भरपूर नौजवानों के लिए नौकरियां उपलब्ध हों, यह सरकार का संकल्प रहा है। हाल में ही प्रदेश के सभी आयोगों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर रिक्तियां भरने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। साढ़े तीन वर्षों में सरकार ने पारदर्शी तरीके से सिर्फ पुलिस विभाग में एक लाख 37 हजार से अधिक सब इंस्पेक्टर व कांस्टेबल की भर्ती की है। आने वाले समय में सभी विभागों में तीन लाख से अधिक नौकरियां दी जाएंगी। पुलिस अकादमी से पास आउट होने वाले डीएसपी व सहायक अभियोन अधिकारी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनें। पुलिस बल में पुलिस उपाधीक्षक का पद जिम्मेदारियों से भरा है। कानून व्यवस्था, अपराधियों को दंड दिलाने की जिम्मेदारी अब आप के कंधे पर है। प्रशासन की जिम्मेदारी न सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने व अपराधियों को दंड दिलाने की है, बल्कि आम जन के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देना भी है। यूपी पुलिस देश में सिविल पुलिस का सबसे बड़ा बल है। इसका गौरवशाली इतिहास है। कोविड के दौरान प्रदेश पुलिस ने देश में सेवा व सुरक्षा की अद्भुत मिशाल पेश की है। आम जनमानस के भावों का सम्मान करना होगा। अपराध की रोक थाम करनी होगी। कानून व्यवस्था व सुरक्षा पुलिस की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां हैं।
पासिंग आउट परेड स्वर्णिम अवसर है। गौरव व आत्मसंतुष्टि का क्षण है। सभी डीएसपी व एपीओ काे बधाई। महिला प्रशिक्षुओं का पुलिस सेवा में स्वागत है। 1947 में सरदार बल्लभ भाई पटेल ने युवा अधिकारियों से कहा था मैं आपको प्रशासन में अनुकरणीय निष्पक्षता व ईमानदारी अपनाने का परामर्श देता हूं। सरकारी सेवक को न तो राजनीति में उलझना है और न ही सांप्रदायिक विवादों में अंतरग्रस्त होना है। इस सिद्धांत से किसी प्रकार का विचलन सरकारी सेवा की मूल भावना को समाप्त करता है और गरिमा कम करता है। इसी प्रकार कोई भी सरकारी सेवा सार्थक नहीं हो सकती है, यदि उसमें सत्यनिष्ठा के सर्वोच्च मापदंड सम्मिलत न हों। यह शब्द आज भी प्रासंगिक हैं। इसे आत्मसात करें।
सुजानवीर सिंह, डीजी प्रशिक्षण यूपी।
डीएसपी ने ली शपथ
मैं शपथ लेता हूं तथा सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं भारत और विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति श्रद्धा व सच्ची निष्ठा रखूंगा। मैं भारत की प्रभुता और अखंडता को अक्षुण्य रखूंगा। अपने पद के कर्तव्यों का राष्ट्रभक्ति, ईमानदारी व निष्पक्षता से पालन करूंगा। ईश्वर मेरी सहायता करे।
डीजी प्रशिक्षण को दिया स्मृति चिन्ह
डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी के निदेशक राजीव कृष्ण ने डीजी प्रशिक्षण सुजानवीर सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर पुलिस ट्रेनिंग कालेज के एडीजी ब्रजराज मीणा, मुरादाबाद परिक्षेत्र के आइजी रमित शर्मा, नगर विधायक रीतेश गुप्ता, एसएसपी प्रभाकर चौधरी, नवीं वाहिनी पीएसी के सेना नायक अशोक कुमार, डीआइजी पुलिस अकादमी पूनम श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार आदि मौजूद रहे।