Panchayat Election : वोट के लिए खूनी संघर्ष करने वाले गांव होंगे चिह्नित
Panchayat Election थाना प्रभारी खुद ही इस तरह के गांवों में जाकर चुनाव से पहले जिम्मेदार लोगों से बात करेंगे।
मुरादाबाद, जेएनएन। Panchayat Election। प्रदेश में पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही पुलिस ने भी तैयारी शुरू कर दी है। वोट के लिए खूनी संघर्ष करने वाले गांवों को चिह्नित किया जा रहा है। जहां पिछले चुनाव के दौरान खूनी संघर्ष हुए थे उन गांवों के नाम सूची में सबसे लिखे जा रहे हैं।
मुरादाबाद, कुंदरकी और मूंढापांडे विकास खंड के तमाम ऐसे गांव हैं, जहां हर साल चुनाव को लेकर संघर्ष होता है। कुंदरकी विकास खंड के ग्राम गुरेर और मुंडी मिलक हिसामपुर गांव में चुनाव को लेकर वर्षों से रंजिश चली आ रही है। यहां चुनाव की घोषणा भी नहीं हुई लेकिन, दोनों पक्षों से तलवारें खिंची रहती हैं। कई बार खूनी संघर्ष हो चुका है। गोलियां चलना तो यहां आम बात है। इसके अलावा अहलादपुर, लालपुर, ललवारा गांव में भी विवाद चुनाव नजदीक आते ही बढ़ गए हैं।
मूंढापांडे ब्लाक के ब्लाक भगतपुर टांडा का पीपलसाना, अक्का डिलारी, रानीनांगल, डिलारी ब्लाक के अहमदपुर बसामदपुर, सिहाली खद्दर, और मूंढापांडे के खानपुर चमरौआ, सिरसखेड़ा, सीकमपुर पांडे, करनपुर ग्राम पंचायत में भी इस साल कई लोग प्रधान पद के दावेदार हैं। पुलिस ने ऐसे गांव की अभी से सूची बनानी शुरू कर दी है। विवादित लोगों के नाम भी जुटाए जा रहे हैं। यह भी देखा जा रहा है कि पिछले चुनाव के दौरान विवाद की वजह क्या रही थीं। कौन-कौन लोग विवाद में शामिल रहे थे। इस बार के हालत बताने की जिम्मेदारी बीट के सिपाहियों और उपनिरीक्षकों की है। थाना प्रभारी खुद ही इस तरह के गांवों में जाकर चुनाव से पहले जिम्मेदार लोगों से बात करेंगे। एसपी देहात विद्या सागर मिश्र ने बताया कि पुलिस तो हमेशा ही ग्रामीण क्षेत्रों में काम करती रहती है। ग्रामीण क्षेत्र में अब भी विवाद होते हैं तो तुरंत पुलिस पहुंच रही है। चुनाव से पहले संवेदशनशील गांवों की सूची तैयार करके खुराफात कने वालों को मुचलकों में पाबंद कराया जाएगा। इसके बाद भी किसी ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो आरोपित के खिलाफ कार्रवाई होगी।