Panchayat Election 2021 : मुरादाबाद में चौंकाने वाला मामला, 20 साल पहले मौत, अब तक निरस्त नहीं हो पाए हथियारों के लाइसेंस
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में रोचक व चौंकाने वाले तथ्य हाथ लगे हैं। मुरादाबाद में आग्नेयास्त्रों के 466 ऐसे लाइसेंस धारक हैं जो वर्षों से श्मशान में सो रहे हैं लेकिन उनकी बंदूकें रिवाल्वर और पिस्टल थाने दुकान अथवा घर की खूंटी पर टंगे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में रोचक व चौंकाने वाले तथ्य हाथ लगे हैं। मुरादाबाद में आग्नेयास्त्रों के 466 ऐसे लाइसेंस धारक हैं, जो वर्षों से श्मशान में सो रहे हैं, लेकिन उनकी बंदूकें, रिवाल्वर और पिस्टल थाने, दुकान अथवा घर की खूंटी पर टंगे हैं। मृत लाइसेंस धारकों की सूची बनाकर उनकी अनुज्ञप्ति निरस्त कराने की तैयारी पुलिस कर रही है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान की तिथि घोषित हो चुकी है। चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव में अनहोनी की आशंका खत्म करने व शांति पूर्ण मतदान की कवायद में पुलिस जिले के 20,225 लाइसेंस धारकों में से लगभग 17 हजार लाइसेंस धारकों के असलहे थाने में जमा करा रही है। तीन अप्रैल तक 7,466 असलहे थाने में जमा हो चुके हैं। लगभग 10 हजार असलहे जमा होने शेष हैं। शेष 2,807 असलहे ऐसे लोगों के पास हैं, जो मुरादाबाद से बाहर हैं। असलहों के रिकार्ड खंगालने व सत्यापन के दौरान पुलिस को पता चला कि जिन 466 लोगों की मौत वर्षों पहले हो चुकी है, उनके असलहे की अनुज्ञप्ति अब तक निरस्त नहीं हुई। हालांकि इनमें से करीब तीन सौ असलहे जिले के विभिन्न थानों में जमा हैं। कुछ मृत लाइसेंस धारकों के स्वजनों ने असलहे दुकानों पर जमा किया है। जिले के कुल आठ ब्लाक क्षेत्रों की 643 ग्राम पंचायतों में चुनाव होने वाला है। चुनाव क्षेत्र से दस किमी परिधि के भीतर रहने वाले सभी लाइसेंस धारकों को अपना असलहा चुनाव पूर्व हर हाल में जमा करना होगा। पंचायत चुनाव से कुल 15 थाना क्षेत्र प्रभावित हैं। मुरादाबाद में अंतर राज्यीय सीमा पर 11 स्थानों पर बैरियर लगाकर पुलिस जांच कर रही है। जिले में 30 स्थानों पर बैरियर लगाने की पुलिस की योजना है।
बीस साल बाद भी निरस्त नहीं हुआ लाइसेंस
असलहों को लेकर प्रशासनिक अमले की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। छानबीन में पता चला है कि कुछ असलहा धारकों की मौत 20 वर्ष पहले हो चुकी है। उनके असलहे थाने में जमा हैं। फिर भी उनका लाइसेंस आज तक निरस्त नहीं हो सका है। मुर्दों के प्रति प्रशासनिक मशीनरी की दरियादिली समझ के परे है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान असलहों के सत्यापन में पता चला कि 466 अनुज्ञप्ति धारकों की मौत हो चुकी है। हालांकि मृत लाइसेंस धारकों में से लगभग 300 असलहे थाने में जमा हैं। शेष से संबंधित रिकार्ड पुलिस ने तलब किया है। जिन लाइसेंस धारकों की मौत हो चुकी है, उनकी अनुज्ञप्ति निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही संबंधित रिपोर्ट डीएम कार्यालय भेजी जाएगी।
विद्या सागर मिश्र, एसपी ग्रामीण मुरादाबाद।
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