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Panchayat Election 2021 : मुरादाबाद के प्रथम नागरिक की कुर्सी महिला के लिए आरक्षित, मह‍िला के हाथ में होगी ज‍िला पंचायत की कमान

ब्लाक प्रमुख की तीन सीट महिलाओं के लिए जिले के आठ ब्लाकों में एक अनुसूचित जाति की महिला एक पिछड़ा वर्ग की महिला एक पिछड़ा वर्ग और एक महिला के लिए आरक्षित रहेगा। चार ब्लाकों को अनारक्षित रखा गया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 18 Mar 2021 05:24 PM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 05:24 PM (IST)
Panchayat Election 2021 : मुरादाबाद के प्रथम नागरिक की कुर्सी महिला के लिए आरक्षित, मह‍िला के हाथ में होगी ज‍िला पंचायत की कमान
मिथलेश रानी को जिला पंचायत अध्यक्ष चुना गया था।

मुरादाबाद, जेएनएन। हाईकोर्ट के आदेश पर नया शासनादेश जारी होने के बाद देर रात को जिला पंचायत अध्यक्ष का पद महिला के लिए आरक्षित हो गया है। जिले के प्रथम नागरिक की कुर्सी पर फिर से महिला ही आसीन होंगी। पिछली बार यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। पहले पूर्व मंत्री की पत्नी यहां जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं। लेकिन, भाजपा की सत्ता आने पर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आ गया था। इसके बाद मिथलेश रानी को जिला पंचायत अध्यक्ष चुना गया था।

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2015 को आधार मानकर आरक्षण की व्यवस्था होने से जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के लिए तानेबाने बुनने वाले नेताओं की धड़कनें बढ़ गई थीं। लेकिन, आरक्षण सूची जारी होने के बाद फिर से चेहरों पर मुस्कान आ गई है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण को लेकर गुरुवार से फिर कवायद तेज हो गई। लेकिन, सबसे ज्यादा निगाह ग्राम पंचायतों के आरक्षण को लेकर है। तमाम लोग तो ऐसे हैं, जिन्होंने आरक्षण की पहली सूची जारी होने से पहले ही लाखों रुपये खर्च कर दिए हैं। ब्लॉकों के आरक्षण को लेकर भी तमाम अफवाहें फैलाई जा रहीं है। कुछ लोगों ने आरक्षण के अपने हिसाब से चार्ट भी जारी कर दिए हैं। इससे कुछ लोगों के चेहरों पर मायूसी छा गई है। कई चेहरों पर खुशियां हैं। प्रधान पदों के आरक्षण के लिए विकास खंड की समस्त ग्राम पंचायतों को अनुसूचित जाति आबादी प्रतिशत के आधार पर अवरोही क्रम में लगाते हुए सबसे पहले आरक्षित किया जाना है। 2015 में जो ग्राम पंचायतें आरक्षित नहीं हुई हैं, सबसे पहले उन्हें अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित किया जाना है। ऐसे में आरक्षण यदि ऐसी ग्राम पंचायतें भी दायरे में आती हैं, जो 2015 में भी आरक्षित रही हों तो उन्हें फिर से अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया जाएगा। इसी तरह आबादी के प्रतिशत के हिसाब से अवरोही क्रम में पिछड़ी जाति के महिला के लिए सबसे पहले ग्राम पंचायतों का आरक्षण होगा। फिर पिछड़े वर्ग के लिए ग्राम प्रधान के पद आरक्षित होंगे। क्षेत्र पंचायतों के वार्डों का भी आरक्षण भी नए आदेश के मुताबिक होगा। इसी तरह जिला पंचायत के वार्डों का आरक्षण का खाका भी अब नए सिरे से बनेगा। डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जिला पंंचायत अध्यक्ष के आरक्षण की सूची जारी हो गई है।


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