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Paddy Procurement Rules : मशीन में पहले लगेगा अंगूठा, फिर खींची जाएगी फोटो, बाद में होगी धान की खरीद

Paddy Procurement Rules केंद्रों पर धान की खरीद के समय पंजीकृत किसान या उसके भाई अथवा बेटे का अंगूठा स्कैन कर आधार से मिलान व पुष्टि होने पर ही धान बेचा जा सकेगा। इसके बारे में केंद्र प्रभारियों को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 05:50 AM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 05:50 AM (IST)
Paddy Procurement Rules : मशीन में पहले लगेगा अंगूठा, फिर खींची जाएगी फोटो, बाद में होगी धान की खरीद
किसानों का पूरा ब्योरा भी दर्ज किया जाएगा।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Paddy Procurement Rules : इस बार धान खरीद में बिचौलियों के मंसूबे पर पानी फेरने व खरीद में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से एक नई पहल शुरू की गई है। इस बार धान तुलाई कराने से पहले मशीन में अगूंठा लगाना होगा, फिर फोटो खिंचेगा। इसके लिए प्रत्येक क्रय केंद्र पर ई-पाप (इलेक्ट्रानिक पाइंट आफ परचेज) उपलब्ध कराई गई हैं। जिसमें किसानों का पूरा ब्योरा भी दर्ज किया जाएगा।

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धान खरीद शुरू हो गई है। जनपद के 23 क्रय केंद्रों पर धान की खरीदारी होनी है। हालांकि अभी क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। चूंकि किसी के धान खेत में खड़े हैं तो किसी के पके नहीं हैं। लेकिन, इस बार धान खरीद में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से शासन ने नई पहल की है। ई-पाप मशीन के माध्यम से किसान या उसके परिवार के सदस्य का आधार कार्ड उसके फिंगर स्कैनिंग से पता चल सकेगा। इससे जो सही किसान होगा, उसी की खरीद होगी। धान खरीद हो या गेहूं खरीद, सभी में बिचौलिये हावी ही रहते हैं। केंद्र प्रभारियों पर भी आरोप लगते रहते हैं। बिचौलिये किसानों का धान लेकर बेच देते हैं और मोटी कमाई करते हैं। जबकि किसानों को लंबी अवधि का टोकन दिया जा रहा था। बिचौलियों को रोकने के लिए खाद्य एवं रसद विभाग की तरफ से ई-पाप मशीन से धान खरीदने का निर्णय लिया गया है। केंद्रों पर धान की खरीद के समय पंजीकृत किसान या उसके भाई अथवा बेटे का अंगूठा स्कैन कर आधार से मिलान व पुष्टि होने पर ही धान बेचा जा सकेगा। इसके बारे में केंद्र प्रभारियों को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

व्यवस्था पारदर्शी बनाने के लिए अब किसानों से इलेक्ट्रानिक प्‍वाइंट आफ परचेज (ई-पाप) मशीनों के जरिए क्रय केंद्रों पर धान की खरीद की जाएगी। तौल के समय संबंधित किसान का अंगूठा मशीन में लगवाकर आधार का मिलान कराया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि जिस किसान ने पंजीकरण कराया है। वहीं धान बेचने आया है। इस नई व्यवस्था से बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। सभी केंद्रों पर उक्त मशीन पहुंच गई हैं।

सैयद मोहम्मद हसनैन, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, गजरौला।


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