Paddy Procurement in Moradabad : भुगतान करने में नेफेड सबसे पीछे, कमिश्नर से मिलेंगे किसान
Paddy Procurement in Moradabad किसानों का कहना है कि पुराने धान को नया दिखाकर भुगतान करने का खेल चल रहा है। लेकिन अधिकारी अपने कुछ खास लोगों का ही भुगतान करा रहे हैं। हमें अपने धान की पूरी कीमत चाहिए।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Paddy Procurement in Moradabad : जिले में धान खरीद की गति बहुत धीमी है। अभी तक सिर्फ 45,180 टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। किसानों का भुगतान करने में खाद्य विभाग सबसे आगे है। नेफेड किसानों का भुगतान करने में सबसे फिसड्डी है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी राजेश्वर प्रताप सिंह ने धान खरीद केंद्रों का निरीक्षण करके धान खरीद में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को भुगतान में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
जिले में अब तक खाद्य विभाग ने 22 हजार 461 टन, पीसीयू ने आठ हजार 520 टन, पीसीएफ ने पांच हजार 387 टन, यूपीएसएस ने सात हजार 182 टन, मंडी ने 950 टन और नेफेड ने 622 टन धान की खरीद की है। भुगतान करने में नेफेड की स्थिति अच्छी नहीं है। धान खरीद को लेकर सरकार बेहद संजीदा है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने कुंदरकी और मुरादाबाद में मंडी स्थित खरीद केंद्रों का निरीक्षण करके धान खरीद में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि अब तक सात हजार 307 किसानों से धान की खरीद की जा चुकी है।
मंडलायुक्त को दर्द सुनाएंगे किसान : धान खरीद के नाम पर क्रय केंद्रों पर बड़ा खेल चल रहा है। वर्ष 2020-21 को जिन 92 किसानों के धान खरीदने के बाद करीब 70 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया गया है, वह परेशान घूम रहे हैं। अधिकारी भी पीड़ित किसानों पर 1400 रुपये प्रति क्विंटल धान की कीमत लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। लेकिन, किसान किसी भी कीमत पर समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं। किसानों का कहना है कि हमें तो एमएसपी की नई दरों के हिसाब से धनराशि दिलाई जानी चाहिए। रायपुर खुर्द के किसान सूरजपाल सिंह का कहना है कि पुराने धान को नया दिखाकर भुगतान करने का खेल चल रहा है। लेकिन, अधिकारी अपने कुछ खास लोगों का ही भुगतान करा रहे हैं। हमें अपने धान की पूरी कीमत चाहिए। इस मुद्दे को लेकर वह मंडलायुक्त से मुलाकात करेंगे।