गजरौला रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन कभी भी हो सकता है बंद, खतरा रोकने को लिया जा रहा बाल्टी का सहारा
Operation of Trains Stopped anytime औद्योगिक नगरी के रेलवे स्टेशन के जर्जर भवन से गिरने वाला बारिश का पानी एक न एक दिन रेलवे विभाग के लिए बड़ी मुसीबत पैदा कर सकता है। चूंकि जिस कक्ष से लगे पैनल से ट्रेनों का संचालन होता है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Operation of Trains Stopped anytime : औद्योगिक नगरी के रेलवे स्टेशन के जर्जर भवन से गिरने वाला बारिश का पानी एक न एक दिन रेलवे विभाग के लिए बड़ी मुसीबत पैदा कर सकता है। चूंकि जिस कक्ष से लगे पैनल से ट्रेनों का संचालन होता है। वहां पर बारिश के पानी का खतरा बना हुआ है। उस खतरे से एक बाल्टी निपट रही है। अगर, पानी पैनल में चला गया तो सिस्टम गड़बड़ा सकता है। जिम्मेदार अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है।
स्थानीय रेलवे स्टेशन का भवन अंग्रेजों के जमाना का बताया जाता है। यहां पर अंग्रेजी हुकूमत में उपयोग होने वाले उपकरण भी लगे थे। लेकिन, कुछ समय पूर्व उन्हें हटा दिया गया। स्टेशन की दशा भले ही बाहर से ठीकठाक नजर आती हो। लेकिन, अंदर से कितनी जर्जरता है। इसका अंदाजा बरसात के दिनों में लगाया जा सकता है। दीगर बात यह है कि जिस कक्ष में लगे सिस्टम से ट्रेनों का संचालन हो रहा है। वह कक्ष भी सुरक्षित नहीं है।
रविवार से शुरू हुई बारिश से रेलवे विभाग की भी पोल खोल दी। स्टेशन के एसएम यानी स्टेशन मास्टर के कक्ष में रखे पैनलों के ऊपर छत जर्जर होने की वजह से पानी गिर रहा है। इस खतरे से निपटने के लिए एक बाल्टी रखी हुई है। जो, पानी उसमें गिर रहा है। अगर, पानी बाल्टी की जगह पैनल पर गिर गया तो ट्रेनों के संचालन में भी गड़बड़ी हो सकती है। स्टेशन अधीक्षक देवेंद्र सिंह ने बताया कि छत जर्जर होने की वजह से पानी गिर रहा है। इसके बारे में अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
बारिश में धराशायी हुए मकान : तहसील क्षेत्र में रविवार सुबह से हो रही भारी वर्षा से ग्राम पौरारा, मछरिया तथा लठीरा माफी में कई ग्रामीणों के पक्के व कच्चे मकान तथा दीवारें गिर गई। मछरिया गांव में मुजम्मिल हुसैन का मकान सोमवार शाम को अचानक गिर गया। जिसमें दबकर उनकी पत्नी नरगिस जहां गंभीर रूप से जख्मी हो गई। घायल महिला को नजदीकी गांव जेबड़ा के एक क्लीनिक संचालक के यहां भर्ती कराया है।
गांव मछरिया निवासी सैदहसन, इंतजार, यूसुफ व सखावत की दीवारें, वसीम व जाहिद का टिन शैड, जबकि, मुजम्मिल व जुल्फिेकार के मकान ढहने से हजारों का नुकसान हुआ है। इसके अलावा ग्राम पौरारा में प्रेमचंद सिंह का मकान वर्षा में ढहने से घरेलू सामान नष्ट हो गया। क्षेत्र के लठीरा माफी समेत अन्य भी कई गांवों में मकान व दीवारें गिरने की सूचना मिली है। दो दिन से निरंतर हो रही वर्षा से मकानों की छतों से पानी टपकना शुरू हो गया है। खेतों में पानी भरने से किसान पशुओं के लिए चारे का इंतजाम करने के लिए भी दिन भर परेशान रहे।