मुरादाबाद में गर्भवती के इलाज के लिए जल्द शुरू होगी ओपीडी, जिलाधिकारी ने दिए निर्देश
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कोरोना के समय संस्थागत प्रसव कम होने से नाराजगी जताई। संस्थागत प्रसव बढ़ाने के लिए अस्पताल में गर्भवती की जांच के लिए ओपीडी चालू करने के आदेश दिए हैं। इससे गर्भवती को काफी सुविधा मिलेगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कोरोना के समय संस्थागत प्रसव कम होने से नाराजगी जताई। संस्थागत प्रसव बढ़ाने के लिए अस्पताल में गर्भवती की जांच के लिए ओपीडी चालू करने के आदेश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि कोरोना संक्रमण के कारण गर्भवती प्रसव कराने अस्पताल नहीं पहुंच रहीं हैं। घरों में प्रसव कराए जा रहे हैं। इस पर डीएम ने शीघ्र ही गभर्वती के इलाज के लिए बंद पड़ी ओपीडी को चालू करने के निर्देश दिए। संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर जोर दिया गया। प्रसव के बाद प्रसूता को मिलने वाली राशि का शीघ्र भुगतान करने के आदेश दिए। कोरोना संक्रमण के बाद गभर्वती व शिशु को लगने वाले टीकाकरण अभियान बंद कर दिया था। इससे टीकाकरण करने के मामले में जिला पिछड़ रहा है। कोरोना संक्रमण कम हो गया है। फिर से टीकाकरण के लिए शिविर लगाने का आदेश दिए हैं। आशाओं के लंबित भुगतान शीघ्र करने के आदेश दिए। डीएम ने कहा कि अगले माह से बारिश शुरू हो जाएगी। इसके बाद मलेरिया होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसकी भी अभी से तैयारी कर लें। दवाओं का छिड़काव कराने के साथ इलाज की व्यवस्था कर ले। बैठक में कोरोना की तृतीय लहर की तैयारी की समीक्षा की और कहा कि लोगों को कोरोना से बचाने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण कराने पर जोर दिया। इसके लिए व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार करने के आदेश दिए गए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एमसी गर्ग, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीके प्रेमी, डा. डीएस मर्तोलिया.के अलावा, यूनिसेफ, डब्लूएचओ, के प्रतिनिधि, अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें :-
Fake telephone exchange case : मुरादाबाद में डीओटी को रोजाना हो रहा था सात लाख रुपये का नुकसान
बेटे की शिकायत पर गुस्से से आग बबूला हुआ पति, चाकू से काटी पत्नी की नाक, जानिए आगे क्या हुआ