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अब कोरोना परीक्षण के बाद जेल में बंदियों का होगा प्रवेश Moradabad News

सम्भल और अमरोहा में बनाई गई अस्थायी जेल। शासन ने दिया आदेशअस्थायी जेलों में 14 दिन क्वारंटाइन के बाद ही बंदियों का होगा प्रवेश।

By Ravi SinghEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 05:30 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 05:30 PM (IST)
अब कोरोना परीक्षण के बाद जेल में बंदियों का होगा प्रवेश Moradabad News

मुरादाबाद,जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बंदियों को बचाने के लिए शासन ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें अब बंदियों को सीधे जेल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जेल में बंदी को रखने से पहले अस्थायी जेल में 14 दिनों का क्वारंटाइन समय पूरा करने के साथ ही कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाएगा। निगेटिव आने और क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद ही जेल में प्रवेश दिया जाएगा।पूर्व में मुरादाबाद में छह बंदियों के कोरोना संक्रमित मिलने और आगरा जेल में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद शासन ने निर्देश जारी किए हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने बताया कि बंदियों और कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिए सभी निर्देशों का अनुपालन किया जा रहा है। जिला कारागार में सुबह और शाम आयुष मंत्रालय से जारी गाइडलाइन के अनुसार काढ़ा दिया जा रहा है। साथ ही प्रत्येक बंदी को सैनिटाइजर के साथ ही मास्क भी दिए गए हैं।

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अमरोहा और सम्भल में बनाई गई अस्थायी जेल

जिला कारागार में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद मुरादाबाद में दिल्ली रोड मार्डन पब्लिक स्कूल को अस्थायी जेल बनाया गया है। शासन के आदेश के बाद अब सम्भल और अमरोहा में भी अस्थायी जेल बनी है। इन जनपदों के बंदियों को भी पहले 14 दिनों तक अस्थायी जेल में क्वारंटाइन करने के साथ ही कोराना टेस्ट कराने के बाद जिला कारागार में भेजा जाएगा। अस्थायी जेल में तीन-तीन जेलों में भी जेल स्टॉफ के तीन-तीन कर्मियों को तैनात किया गया है।

इंडोनेशिया के आठ बंदियों समेत 53 जिला जेल में शिफ्ट

दिल्ली रोड पर बनाई गई अस्थायी जेल से 53 बंदियों को जिला कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया। जिसमें 10 महिलाओं समेत आठ इंडोनेशिया के नागरिक भी शामिल हैं। जो महिलाएं जेल भेजी गई हैं उन सभी ने नवाबपुरा मुहल्ले में कोराना संदिग्धों को लेने गई स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की टीम पर हमला किया था।

संक्रमण फैलने के डर से बंदियों की हुई थी रिहाई

कोरोना संक्रमण से जेल को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद जिला कारागार से सात साल तक की सजा पाए बंदियों को रिहा किया गया था। 23 से 31 मार्च तक जिला कारागार से मुरादाबाद, सम्भल और अमरोहा के 396 बंदियों की रिहाई हुई थी।

दो नए जेलरों की हुई तैनाती

जिला कारागार में छह कोराना संदिग्ध निकलने के बाद शासन ने मुरादाबाद के जेलर रीवन सिंह को निलंबित कर दिया था। शासन ने रविवार को मुरादाबाद जिला कारागार में दो रिक्त पड़े जेलरों के पद पर नए जेलरों की तैनाती की है। जिसमें हरदोई जेल के जेलर मृत्युंजय कुमार पांडे को जेलर प्रथम के पद पर तैनात किया गया है। वहीं जेलर के द्वितीय पर मुख्यालय से संबद्ध गोविंद राम वर्मा की तैनाती की गई है। हालांकि, अभी दोनों जेलरों के द्वारा कार्यभार नहीं ग्रहण किया गया।  


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