दवा के बाद अब आइवी फ्लूड का टोटा, बिना इंजेक्शन के नहीं मिल रही सिरिंज, जानिए मुरादाबाद में क्याें बनी ये स्थिति
कोविड दवाओं के बाद अब फ्लूड की भी किल्लत शुरू हो गई है। होलसेल बाजार में दुकानदारों के पास फ्लूड की दिक्कत होने लगी है। इसकी वजह ये है कि फ्लूड बनाने वाली दोनों फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। वहां कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए थे।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोविड दवाओं के बाद अब फ्लूड की भी किल्लत शुरू हो गई है। होलसेल बाजार में दुकानदारों के पास फ्लूड की दिक्कत होने लगी है। इसकी वजह ये है कि फ्लूड बनाने वाली दोनों फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। वहां कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए थे। इस वजह से होलसेल दुकानदारों के पास स्टॉक का माल रखा हुआ था वही बेचा जा रहा है। दो से तीन दिन बाद इसकी भी स्थिति खराब हो जाएगी।
कोरोना के अलावा गंर्भवती, डायरिया समेत अन्य दिक्कतों वाले मरीजों को फ्लूड की आवश्यकता होती है। लेकिन, इस महामारी में दवा बाजार पूरी तरह खाली होता जा रहा है। कोविड की दवाओं के बाद अब आइवी फ्लूड ग्लूकोज, नार्मल स्लाइन, आइसोलाइट, पीवी, एमबी, रिंगर लेक्टेट बनाने वाली दोनों कंपनियां बंद हो चुकी है। अब बाजार में एक लीटर वाला ही वेरिएंट मौजूद है।
छोटे साइज का वेरिएंट तकरीबन समाप्त हो चुका है। हालात ऐसे ही रहे तो अब इसके लिए भी मारामारी जैसे हालात का सामना करना पड़ेगा। बहरहाल अभी निजी अस्पतालों में फ्लूट का स्टॉक रखा है। वहां मरीजों के एडमिशन की वजह से हालात खराब हो जाएंगे। औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार जैन ने बताया कि अभी फ्लूड की दिक्कत नहीं है। आपूर्ति कराई जा रही है। लगातार दुकानदारों से दवाओं के बारे में जानकारी की जा रही है।
लिमसी, आइवर मैक्टिन भी बाजार से गायबकोविड मरीजों को डॉक्टर लिमसी और आइवर मैक्टिन की सलाह दे रहे हैं लेकिन, होलसेल मार्केट से ये दवा पूरी तरह खत्म हो चुकी है। इस वजह से तीमारदार मेडिकल दर मेडिकल भटकते घूम रहे हैं। इन दवाओं को लेकर औषधि विभाग की टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है लेकिन, इस माॅनिटरिंग का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।