नोडल प्रधानाचार्य करेंगे प्राइवेट स्कूलों की निगरानी, दीक्षा एप पर बच्चों को मिलेगा ई-कंटेंट
Education system in private schools बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि दीक्षा एप के प्राइवेट स्कूलों में लागू होने से डिजिटल पढ़ाई की द्वार खुलेंगे और प्राथमिक शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन होंगे। इसके अलावा बच्चों को भी काफी सुविधा मिलेगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों की तर्ज पर अब जल्द ही प्राइवेट स्कूलों में भी दीक्षा एप लागू होगा। इसमें बच्चों को सभी किताबें डिजिटल प्लेटफार्म पर मिलेंगी तो शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए भी इस एप पर ई-कंटेंट उपलब्ध होगा। 1601 प्राइवेट स्कूलों में यह व्यवस्था लागू करवाने के लिए 200 प्रधानाचार्यों को नोडल बनाया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि सभी नोडल प्रधानाचार्यों को आठ से दस स्कूलाें को जिम्मा सौंपा जाएगा, यहां पर दीक्षा एप लागू करवाने का जिम्मा इन नोडल प्रधानाचार्यों का होगा।
सर्किट हाउस में प्राइवेट स्कूलों के साथ हुई बैठक में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को दीक्षा एप के प्राइवेट स्कूलों में क्रियान्वयन के निर्देश भी दिए। साथ ही उन्होंने यह कार्य एआरपी व एसआजी के निर्देशन में करने के निर्देश जारी किए। दरअसल, शिक्षा मंत्रालय की ओर से परिषदीय स्कूलों को बदलती शिक्षा व्यवस्था के साथ अपडेट करने के लिए दीक्षा एप लागू किया गया है। इस एप में कक्षा एक से आठ तक की सभी विषयों की किताबों को डिजिटली अपलोड किया गया है और गणित, विज्ञान, अंग्रेजी से लेकर लगभग सभी विषयों के वीडियो भी अपलोड किए गए हैं।
दीक्षा एप से डिजिटल पढ़ाई की तरफ बढ़ेंगे कदम
बदलती शिक्षा व्यवस्था में शिक्षकों को खुद को अपडेट करने के लिए कई वीडियो भी इस एप पर उपलब्ध हैं। अभी तक इस एप का उपयोग बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक व बच्चे कर रहे थे। लेकिन, अब इन्हें कक्षा एक से आठ तक के प्राइवेट स्कूलों पर भी लागू किया जाएगा।