मुरादाबाद के पशु विक्रेता से लूट मामले में नया मोड़, पुलिस को नहीं मिले सुबूूत, विक्रेता पर ही गहराया शक
बाइक सवार बदमाशों ने बीते नौ जुलाई को एक पशु विक्रेता के तमंचा लगाकर दो लाख 11 हजार रुपये की रकम के साथ मोबाइल फोन लूट लिया था। इस मामले का पर्दाफाश करने में जुटी पुलिस को अभी तक कोई सुबूत नहीं मिले हैं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। बाइक सवार बदमाशों ने बीते नौ जुलाई को एक पशु विक्रेता के तमंचा लगाकर दो लाख 11 हजार रुपये की रकम के साथ मोबाइल फोन लूट लिया था। इस मामले का पर्दाफाश करने में जुटी पुलिस को अभी तक कोई सुबूत नहीं मिले हैं। बीते एक सप्ताह से जांच में जुटी पुलिस ने पशु विक्रेता के घर से लेकर घटनास्थल तक लगे सभी सीसीटीवी की फुटेज खंगाले। अभी तक कोई भी संदिग्ध बाइक सवार पुलिस को नहीं दिखा। वहीं जिस तरह से पशु विक्रेता बार-बार बयान बदल रहा है, उससे पशु विक्रेता के कहानी पर ही सवाल खड़े हो गए हैं।
गलशहीद थाना क्षेत्र के बकरी का हाथा असालतपुरा निवासी मुशीर पशुओं की खरीद-बिक्री का काम करता है। बीते नौ जुलाई की सुबह वह घर से करीब आठ बजे वह बाइक से भोजपुर थाना क्षेत्र के गोदी हमीरपुर गांव जा रहा था। रास्ते में ताजपुर गांव के पास स्थित पेट्रोल पंप पर वह बाइक में पेट्रोल भरवाने के बाद रामनगर रोड पर साईं ढाबे के पास दो बाइक सवार बदमाशों के द्वारा लूट की घटना को अंजाम देने का आरोप है। इस घटना का अभी तक कोई गवाह तक पुलिस को नहीं मिला है। पुलिस अफसरों का मानना है कि अभी तक जांच में यह सामने आया है, कि पशु विक्रेता पर काफी कर्ज है, ऐसे में लूट की यह फर्जी कहानी भी हो सकती है। जांच में यह भी पता चला है कि पेट्रोल पंप में पहुंचने के बाद पीड़ित ने खुद अपना मोबाइल बंद कर दिया। मोबाइल बंद होने के बाद लूट की वारदात होने की बात सामने आई है। पुलिस ने करीब 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, लेकिन इन सीसीटीवी के फुटेज में पीड़ित तो दिखाई दिया है, लेकिन कोई संदिग्ध नहीं दिखाई दिया। घटना के बाद बाइक सवार भागा था, लेकिन बाइक की फुटेज नहीं दिखाई दी। सीओ ने कहा कि अभी तक की जांच में कोई मजबूत साक्ष्य सामने नहीं आए हैं, ऐसे में जल्द ही इस पूरी घटना की सच्चाई सामने आएगी।
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