सियासत में बुलंदी पर पहुंचे मुख्तार अब्बास नकवी, 1998 में पहली बार रामपुर से लड़ा था चुनाव
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी देश की सियासत में बुलंदी पर पहुंच गए हैं। केंद्र सकार में कैबिनेट मंत्री होने के साथ ही राज्य सभा के उप नेता भी बन गए हैं। इससे उनके समर्थक गदगद हैं।
मुरादाबाद [मुस्लेमीन]। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी देश की सियासत में बुलंदी पर पहुंच गए हैं। केंद्र सकार में कैबिनेट मंत्री होने के साथ ही राज्य सभा के उप नेता भी बन गए हैं। इससे उनके समर्थक गदगद हैं। श्री नकवी के उप नेता चुने जाने से रामपुर में उनके करीबी एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं।
नकवी का रामपुर से गहरा नाता है। उनका आवास भी यहीं है और उनके परिवार के वोट भी। वह 1998 में पहली बार रामपुर से ही लोकसभा सदस्य चुने गए थे। तब अटल बिहारी वाजपेई सरकार में राज्यमंत्री बने। वह देश के ऐसे मुस्लिम नेता हैं, जो सबसे पहले भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते। इनसे पहले कोई भी मुस्लिम नेता भाजपा के टिकट पर लोकसभा सदस्य नहीं बन सका था। हालांकि बाद में वह चुनाव नहीं जीत सके। लेकिन, भाजपा उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाती रही। नरेंद्र मोदी की पिछली सरकार में भी वह अल्पसंख्यक कार्य मंत्री रहे और मौजूदा सरकार में भी कैबिनेट मंत्री हैं। अब उनका रुतबा और बढ़ गया है। भाजपा ने उन्हें राज्यसभा में उप नेता बना दिया है। श्री नकवी व्यवहार कुशल होने के साथ ही जरूरतमंदों का भी ख्याल रखते हैं, उनकी हरसंभव मदद करते हैं। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री एवं भाजपा नेता कपिल आर्य कहते हैं कि नकवी का सभी दलों के लोग सम्मान करते हैं। उनकी वजह से ही रामपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीते हैं। मुस्लिम जिला पंचायत सदस्यों ने भी भाजपा का साथ दिया। कई मुस्लिम सदस्य तो खुलकर भाजपा के साथ आए। वह हमेशा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर काम करते हैं। अगर कोई परेशान हाल उनके पास पहुंचता है तो उसकी परेशानी दूर कराते हैं। उनके राज्यसभा में उप नेता बनने से रामपुर में भाजपा और मजबूत होगी।