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81 मुकदमों में म‍िली जमानत, फिर भी जेल से नहीं छूट पा रहे सांसद आजम खां

सांसद आजम खां को 81 मुकदमों में जमानत मिल चुकी है फिर भी वह जेल से रिहा नहीं हो पा रहे हैं। आजम खां करीब 11 माह से बेटे अब्दुल्ला समेत सीतापुर जेल में हैं। उनकी पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा भी 10 माह बाद जेल से छूटी हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 02:06 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 05:16 PM (IST)
81 मुकदमों में म‍िली जमानत, फिर भी जेल से नहीं छूट पा रहे सांसद आजम खां
जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति की जमीन कब्जाने में भी उनपर केस दर्ज हुआ।

रामपुर (मुस्लेमीन)। कानूनी शिकंजे में फंसे सांसद आजम खां को 81 मुकदमों में जमानत मिल चुकी है, फिर भी वह जेल से रिहा नहीं हो पा रहे हैं। इस समय उनके खिलाफ अदालतों में 85 मुकदमे विचाराधीन हैं। इनमें चार मुकदमों में अभी तक जमानत अर्जी मंजूर नहीं हो सकी है। एक मुकदमे में तो हाईकोर्ट से भी जमानत खारिज हो गई है।

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आजम खां करीब 11 माह से बेटे अब्दुल्ला समेत सीतापुर जेल में हैं। उनकी पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा भी दस माह बाद जेल से छूटी हैं। आजम खां के खिलाफ साल 2019 में बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज हुए। लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन और भड़काऊ भाषण देने में 15 मुकदमे लिखे गए तो बाद में जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीने कब्जाने के 30 मुकदमे दर्ज हुए। इसके अलावा 12 मुकदमे घोसियान प्रकरण में दर्ज हुए। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि सपा शासनकाल में आजम खां के कहने पर घोसियान बस्ती में बने मकानों को तोड़कर लूटपाट की गई और उनके स्कूल के लिए जमीन पर कब्जा किया गया। भैंस चोरी, बकरी चोरी के भी आरोप लगे। आजम खां के समर्थकों पर 11 मुकदमे डूंगरपुर प्रकरण में दर्ज कराए गए। यहां पहले लोगों के मकान बने थे, जिन्हेंं नगर पालिका की जमीन पर बताकर तोड़ दिया और गरीबों के लिए आसरा आवास बनवा दिए गए। इस प्रकरण में आजम खां नामजद नहीं थे। लेकिन, पुलिस ने उनके नमाजद समर्थकों को गिरफ्तार किया तो उन्होंने आजम खां के इशारे पर वारदात करने की बात कही। इसपर इन मामलों में भी आजम खां का शामिल कर दिया। इन सभी में उन्हें एक सप्ताह के अंदर जमानत मिल चुकी है।

पुराने भी 10 मुकदमे

आजम खां के खिलाफ लोकसभा चुनाव से पहले के भी 10 मुकदमे दर्ज थे। इनके अलावा और भी कई मुकदमे विचाराधीन हैं। राज्यसभा सदस्य रहे स्वर्गीय अमर सिंह के खिलाफ भी उन्होंने बयान दिया था। इसपर उनके खिलाफ मुकदमा हुआ। उनकी मां ने फांसी घर की जमीन खरीदी थी। इस मामले में भी पुलिस ने विवेचना के दौरान उनका नाम शामिल कर लिया। जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति की जमीन कब्जाने में भी उनपर केस दर्ज हुआ। इन तीनों मामलों में भी उनकी जमानत नहीं हो सकी है। बेटे अब्दुल्ला आजम के दो पासपोर्ट के मामले में भी आजम खां नामजद हैं। इसमें हाईकोर्ट से भी जमानत खारिज हो गई है।

अब तक 102 मुकदमे दर्ज

पुलिस अक्षीक्षक शगुन गौतम ने बताया कि आजम खां के खिलाफ 102 मामले दर्ज हैं। इनमें नौ शासन द्वारा वापस लिए गए। एक में नामजदगी झूठी पाई गई और सात में अंतिम रिपोर्ट लग चुकी है। 85 मामले विचाराधीन हैं। इनमें 12 में विवेचना चल रही है। चार मामलों में जमानत होना बाकी है।


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