Moradabad Weather : आंधी से उड़ गया कटा हुआ गेहूं, किसानों को नुकसान, बारिश के आसार बरकरार
तेज हवा के साथ चली आंधी और बूंदाबांदी मेें किसान की गेहूं की फसल पर काफी असर पड़ा है। जिन किसानों के गेहूं की फसल खेतों में कटी पड़ी थी उनको नुकसान हुआ है। थ्रेसिंग कराने के बाद खेतों में पड़ा भूसा उड़ गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। तेज हवा के साथ चली आंधी और बूंदाबांदी मेें किसान की गेहूं की फसल पर काफी असर पड़ा है। जिन किसानों के गेहूं की फसल खेतों में कटी पड़ी थी, उनको नुकसान हुआ है। थ्रेसिंग कराने के बाद खेतों में पड़ा भूसा उड़ गया है। शुक्रवार को तीसरे दिन भी मौसम का मिजाज खराब रहा। मौसम विभाग के अनुसार अभी बारिश की संभावना लगातार बनी हुई है।
आसमान में बिजली गड़गड़ाती रही घने बादल छाए रहे। बारिश के आसार बने रहे। मौसम के बदले मिजाज को देख गेहूं उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ गई है। जनपद में गेहूं की कटाई और थ्रेसिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। अधिकांश क्षेत्रों में गेहूं की फसल खड़ी है। काफी क्षेत्रफल पर कटा गेंहू पड़ा है। थ्रेसिंग के बाद भूसा भी खेतों में पड़ा है। इस बीच मौसम में बदलाव का दौर शुरू हो गया है। दो दिन पहले रात के समय आई आंधी ने गेहूं की फसल को खासा नुकसान पहुंचाया। आंधी के बाद क्षेत्र में पड़ा गेहूं और भूसा उड़ गया। किसानों को नुकसान बताया जा रहा है। रात में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। उधर, आंधी के कारण कच्चा आम पेड़ों से टूट गया है। बाग स्वामियों को भी नुकसान बताया जा रहा है। मौसम का बदला मिजाज जारी रहा। सुबह से आसमान में घने बादल छाए हैं। बारिश-आंधी के आसार बन रहे हैं। किसानों का कहना है यदि अब बारिश व आंधी आती है तो गेहूं की फसल को खासा नुकसान होगा। जबकि आंधी से आम के बागों में काफी नुकसान होगा। किसान नेता महेंद्र सिंह रंधावा का कहना है कि शासन को किसानों की फसलों में हुए नुकसान का आंकलन कराने के बाद मुआवजा देना चाहिए।