Moradabad Thakurdwara Double Murder Case : जल्द हो सकता है दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश, पुलिस के हाथ लगा पत्र
कारोबारी को पहले से ही थी खुद की हत्या होने की आशंका। मौत से पहले केबिल कारोबारी द्वारा किए दावे की तहकीकात। तफ्तीश के दौरान ऐसा कोई चश्मदीद अथवा सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा था जिससे कि कातिल बेनकाब किया जा सके।
मुरादाबाद, जेएनएन। सात माह बाद ठाकुरद्वारा डबल मर्डर दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है। कातिलों को पकड़ने में विफल पुलिस के हाथ एक ऐसा पत्र लगा है, जिसे केबिल कारोबारी द्वारा लिखे जाने का दावा हो रहा है। पत्र के जरिए केबिल कारोबारी ने पहले ही हत्या और अनहोनी की आशंका जताई थी। मौत से पूर्व केबिल कारोबारी ने जो संदेह जताया था उसी की पुष्टि करने में ठाकुरद्वारा पुलिस जुटी है।
ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र के पीपल टोला निवासी व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जगदीश वर्मा के तीस वर्षीय दत्तक पुत्र मोहित वर्मा व उसकी पत्नी मोना वर्मा के शव 30 जून 2020 को उनके घर से पुलिस ने बरामद किया। मोहित केबल नेटवर्क का काम करता था। उसके मकान से थोड़ी दूरी पर ही भाई संजय का घर है। रात के वक्त संजय ने पहले मोहित के मोबाइल फोन पर कॉल किया। जवाब न मिलने पर वह मोहित के घर पहुंचा। वहां खून से लथपथ दंपती मृत मिले। प्रकरण में अज्ञात के खिलाफ हत्या का अभियोग दर्ज कर पुलिस ने कातिल की तलाश शुरू की। तफ्तीश के दौरान ऐसा कोई चश्मदीद अथवा सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा, जिससे कि कातिल बेनकाब किया जा सके।
उम्मीद की नई किरण बना कारोबारी का पत्र
केबिल कारोबारी का पत्र ठाकुरद्वारा पुलिस के लिए उम्मीद की नई किरण बन गया है। पुलिस को यकीन है कि पत्र के जरिए वह कातिल तक पहुंच सकती है। हालांकि, कातिल तक पहुंचने का पुरजोर प्रयास पुलिस पहले भी कर चुकी है। कोर्ट में याचिका दाखिल कर तीन संदिग्धों का पालीग्राफी टेस्ट कराने की मांग पुलिस ने की। पुलिस की मांग कोर्ट ने खारिज कर दी। इससे हताश पुलिस कातिल तक पहुंचने के लिए नए रास्ते तलाश कर रही थी।
कारोबारी का एक पत्र पुलिस को मिला है। पत्र में कारोबारी ने खुद की हत्या होने का संदेह जताते हुए कुछ लोगों को इसके लिए जिम्मेदार भी ठहराया है। पत्र के कंटेंट के आधार पर पुलिस सूचनाओं का सत्यापन करने में जुटी है। सत्यापन पूरा होने के बाद ही विवेचना आगे बढ़ेगी।
प्रभाकर चौधरी, एसएसपी मुरादाबाद