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मुरादाबाद का सिस्टम भारतीय रेल में करेगा राज, बाधा रहित हाई-स्पीड ट्रेन संचालन हो सकेगा Moradabad News

पायलट प्रोजेक्ट के तहत दलपतपुर स्टेशन पर लगाया आरडीएसओ की स्वीकृति के लिए भेजा

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 01:20 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 01:20 PM (IST)
मुरादाबाद का सिस्टम भारतीय रेल में करेगा राज, बाधा रहित हाई-स्पीड ट्रेन संचालन हो सकेगा Moradabad News
मुरादाबाद का सिस्टम भारतीय रेल में करेगा राज, बाधा रहित हाई-स्पीड ट्रेन संचालन हो सकेगा Moradabad News

प्रदीप चौरसिया, मुरादाबाद : रेलवे के इंजीनियर ने रियल टाइम मॉनीटङ्क्षरग सिस्टम (आरटीएमएस) तैयार किया है। यह बाधा रहित ट्रेन संचालन के लिए वरदान साबित होगा। यह सिस्टम सिग्नल के खराब होने से पहले ही भविष्यवाणी कर देगा। इसका परीक्षण रिसर्च, डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) कर रहा है।

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भारतीय रेल तेजी गति से ट्रेन चलाने के लिए लगातार काम कर रहा है। पुरानी रेललाइन को हटाकर हाईस्पीड ट्रेनों को दौड़ाने की तैयारी है। बाधा रहित हाई स्पीड ट्रेन चलाने में सबसे बड़ी भूमिका सिग्नल सिस्टम व स्टेशन यार्ड में बने प्वाइंट सिस्टम की होती है। इसके लिए आधुनिक सिस्टम लगाए जा रहे हैं। निगरानी के बाद भी दोनों सिस्टम एकाएक खराब भी हो जाते हैं। ऐसे में हाईस्पीड ट्रेनों का बाधा रहित संचालन संभव नहीं हो पा रहा हैैं। मुरादाबाद रेल मंडल में प्रवर मंडल संकेतक व दूरसंचार अभियंता नीतिन प्रकाश ने बाजार में उपलब्ध डिवाइस को जोड़ कर भविष्यवाणी करने वाला सिस्टम तैयार किया है। जुगाड़ से बनाए गए सिस्टम का नाम रियल टाइम मॉनीटङ्क्षरग सिस्टम (आरटीएमएस) रखा गया है। यह सिस्टम रेलवे पर लगे सिग्नल व प्वाइंट से जोड़ा जाएगा। जो सिग्नल व प्वाइंट के खराब होने की २४ घंटे पहले सूचना मंडल मुख्यालय के अधिकारियों को एसएमएस व मेल पर दे देगा। ऐसे में तकनीकी स्टाफ सिग्नल व प्वाइंट को बदल देगा। फिलहाल यह सिस्टम पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मुरादाबाद-रामपुर के बीच दलपतपुर स्टेशन पर लगाया गया है, जो सफलता पूर्वक काम कर रहा है। इसके नतीजे बहुत बेहतर आए हैं। परिणाम ठीक मिल रहे हैैं। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि रियल टाइम मॉनीटङ्क्षरग सिस्टम (आरटीएमएस) ठीक तरह के काम कर रहा है। इसका रिसर्च एंड डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) अध्ययन कर रहा है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद सिस्टम को देश भर में लगाया जा सकता है। इससे हाई स्पीड टे्रनें बगैर बाधा से चल सकेंगी। टे्रनों के संचालन में बाधा नहीं आएगी।

सिस्टम में एक लाख रुपये का खर्च

सिग्नल खराब होने से देश भर में ट्रेनों का संचालन बाधित होता है। उपकरण खराबी आने से पहले पहचान लिया जाए तो उसके ठीक किया जा सकता है। इससे बाधित रहित तेज टे्रनों को चलाया जा सकता है। बाजार में उपलब्ध डिवाइस को जोड़ कर यह सिस्टम तैयार किया है। इससे बनाने में एक लाख रुपये से भी कम खर्च आया है।

नीतिन प्रकाश,

प्रवर मंडल संकेतक व दूरसंचार अभियंता

मुरादाबाद रेल मंडल  


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