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मुरादाबाद का शौकत परिवार बना हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल, जानिए कैसे

दशहरे पर हर साल रावण का दहन किया जाता है। इस अवसर पर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करने वाले शौकत के परिवार को कमेटी सदस्य बहुत ही सम्मान से नवाजते हैं। हर साल लाइनपार के रामलीला मैदान में 90 से 100 फ़ीट तक का रावण बनाया जाता था।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 03:13 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 03:13 PM (IST)
मुरादाबाद का शौकत परिवार बना हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल, जानिए कैसे
मुरादाबाद का शौकत परिवार बना हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल

मुरादाबाद, जेएनएन। दशहरे पर हर साल रावण का दहन किया जाता है। इस अवसर पर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करने वाले शौकत के परिवार को कमेटी सदस्य बहुत ही सम्मान से नवाजते हैं। हर साल लाइनपार के रामलीला मैदान में 90 से 100 फ़ीट तक का रावण बनाया जाता था। इस बार कोरोना महामारी की वजह से सिर्फ 40 फीट तक का ही रावण बनाया जा रहा है। शौकत के दोनों बेटे रावण बनाने में जुटे हैं। हर कोई नाम सुनने के बाद इन लोगों के पास कुछ देर रुकता है। पूछने पर ये बताते हैं कि हमारे पिता जी रावण का पुतला बनाते थे। अब हम लोग इस काम को अंजाम दे रहे हैं। कमेटी के सभी सदस्य हम लोगों को पूरा सम्मान देते हैं। परिवार की ये परंपरा आगे भी जारी रहेगी। 

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