आज से खुल रहे पहली से पांचवीं तक के स्कूल, परिषदीय स्कूल के बच्चे आधी-अधूरी किताबों के साथ जाएंगे स्कूल
Moradabad School Reopen News डेढ़ साल बाद खुल रहे परिषदीय स्कूलों में बच्चे अभी आधी अधूरी किताबों के साथ पढ़ेंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के छठी से आठवीं तक के स्कूल 23 अगस्त और कक्षा एक से पांचवी तक एक सितंबर से खुलने जा रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad School Reopen News : डेढ़ साल बाद खुल रहे परिषदीय स्कूलों में बच्चे अभी आधी अधूरी किताबों के साथ पढ़ेंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के छठी से आठवीं तक के स्कूल 23 अगस्त और कक्षा एक से पांचवी तक एक सितंबर से खुलने जा रहे हैं। लेकिन, अभी तक स्कूलों में 38 फीसद बच्चों को ही किताबें मिल पाई हैं। एक कक्षा की सभी विषयों की किताबें अभी नहीं मिली हैं। जबकि 78 फीसद किताबें आने का दावा किया जा रहा है।
लेकिन, अभी तक शहर व ग्रामीण क्षेत्र के सभी विषयों की किताबों का वितरण नहीं हो पाया है। कुल 14 लाख 38 हजार किताबें कुल अनी हैं। जिसमें पांच लाख 68 हजार किताबें ही अभी तक बंट पाई हैं। अभी प्रकाशकों से न पूरी किताबें आईं और न जितनी आ चुकी हैं, उनकी ढुलाई पूरी तरह हो पाई है। जिसमें नगर क्षेत्र के ही कुछ स्कूलों तक किताबें भेजने का काम ग्रामीण क्षेत्र से कुछ अधिक है। शासन से लेकर, प्रकाशकों व बेसिक शिक्षा विभाग स्तर से किताबों के वितरण में देरी हो रही है। देरी का कारण कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को बताया जा रहा है।
हर बार मार्च में होता था क्रय आदेश अबकी बार जून में हुआः हर साल मार्च में किताबों का क्रय आदेश हो जाता था लेकिन, अबकी बार जून में क्रय आदेश हुआ है। जिससे किताबों का शासन स्तर से टेंडर से लेकर जिला मुख्यालय तक पहुंचने व विद्यालय तक ढुलाई में देरी होती चली गई। इसके अलावा अबकी बार नई व्यवस्था की गई है कि जिला मुख्यालय से स्कूल तक ढुलाई का टेंडर होगा। पिछले वर्षों में ब्लाक तक किताबों को भेजने का टेंडर होता था। वहां से विद्यालय स्वयं किताबें लेकर जाते थे। बीएसए बुद्ध प्रिय सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण क्रय आदेश जून में हो पाया था जबकि हर साल मार्च में होता था। करीब 78 फीसद किताबें आ चुकी हैं। बांटने में तेजी के लिए निर्देश दिए गए हैं। रोजाना किताबों के वितरण की समीक्षा हो रही है।
किताबों की स्थिति
परिषदीय स्कूलों में कुल छात्र-छात्राएं : 172000
माध्यमिक में कुल छात्र-छात्राएं :28000
कुल किताबों की संख्या : 14,38000
कुल किताबें बंटी : 568000