प्रदूषण में टॉप पर पहुंचा मुरादाबाद, जानिए अन्य शहरों की क्या है स्थिति
देश में प्रदूषित शहरों की सूची में टॉप पर रहा मुरादाबाद। दीपावली के बाद पहली बार 459 पहुंचा एक्यूआइ। आकंड़ों के मुताबिक शहर की आबोहवा में शाम चार बजे से पीएम 2.5 यानी प्रदूषण के छोटे तत्व इस कदर बढ़ गए कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 476 पहुंच गया।
मुरादाबाद, जेएनएन। Pollution in Moradabad। मुरादाबाद में प्रदूषित होती हवा की सेहत अब इतनी खराब हो चुकी है लोगों को बीमार बनाने लगी है। प्रदूषण का बढ़ता स्तर सांस और कैंसर जैसे रोग दे रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से सोमवार को जारी आंकड़े तो कह रहे हैं कि मुरादाबाद की हवा सांस लेने के लिहाज से जहरीली हो चली है।
इन आकंड़ों के मुताबिक शहर की आबोहवा में शाम चार बजे से पीएम 2.5 यानी प्रदूषण के छोटे तत्व इस कदर बढ़ गए कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 476 पहुंच गया। हालांकि, शाम दस बजे जारी एक्यूआइ बुलेटिन में प्रदूषण का ग्राफ कुछ नीचे आया। शाम दस बजे मुरादाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 459 दर्ज किया गया। लेकिन, सोमवार को देश में प्रदूषित शहरों की सूची में मुरादाबाद टॉप पर ही रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक प्रदूषण का ग्राफ लाल घेरे को भी पार करते हुए अति गंभीर सूची में पहुंच गया। हिंदू कॉलेज में वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. अनामिका त्रिपाठी का कहना है कि जब हवा में पीएम 2.5 के तत्वों की मात्रा ज्यादा हो जाती है तब स्थिति बेहत चिंताजनक हो जाती है। उनका कहना है कि मुरादाबाद में हवा इतनी खतरनाक हो चुकी है कि यह अब स्वस्थ लोगों को भी बीमार करना शुरू कर रही है। कांठ रोड पर चाय की दुकान चलाने वाले जयवीर ने बताया कि उन्हें भी शाम को गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ हुई। कोहरा और स्मॉग के कारण गहराई धुंध भले ही सर्दी के कारण कोहरा पड़ना शुरू हो गया हो। लेकिन, मुरादाबाद में कोहरे पर सोमवार को स्मॉग हावी रहा। पंत नगर विवि के मौसम वैज्ञानिक आरके सिंह ने बताया कि कोहरा पड़ना शुरू हो गया है। लेकिन, जिस तरह से दृश्यता शून्य हो रही है, उसका कारण कोहरे के साथ ही साथ स्मॉग भी है। उन्हाेंने बताया कि इस स्थिति में सांस की बीमारी से जुड़े लोग तो सुबह और शाम को घर से निकलने से बचें।
टॉप टेन शहरों की सूची
मुरादाबाद - 459
कानपुर - 434
बुलंदशहर - 413
मेरठ - 402
गाजियाबाद - 400
यमुनानगर - 392
ग्रेटर नोएडा - 370
वाराणसी व पटना - 361
नोएडा - 359
बागपत - 351