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Moradabad Panchayat Election 2021 : भाई, बेटे और पति के लिए वोट मांग रहीं महिलाएं, मतदाता भी नहीं कर रहे न‍िराश

महिलाएं भी पंचायत के रण में अपने भाई-बेटे और पति को जिताने के लिए घरों से बाहर कदम रखने में जरा भी हिचक नहीं रहीं हैं। लेकिन मतदाता भी किसी को मायूस नहीं कर रहेे हैं जो पहुंचता है उसे ही वोट देने का आश्वासन देकर भेजते हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 10:11 AM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 10:11 AM (IST)
Moradabad Panchayat Election 2021 : भाई, बेटे और पति के लिए वोट मांग रहीं महिलाएं, मतदाता भी नहीं कर रहे न‍िराश
चौपालों पर पुरुष तो महिलाएं चूल्हों तक पहुंच रहीं।

मुरादाबाद, जेएनएन। पंचायत चुनाव के अंतिम द‍िन प्रत्याशी जीत के लिए जुटे हुए हैं। सहरी और इफ्तार के वक्त भी रोजेदारों को सुकून नहीं है। एक गया तो दूसरा चला आता है। महिलाएं भी पंचायत के रण में अपने भाई-बेटे और पति को जिताने के लिए घरों से बाहर कदम रखने में जरा भी हिचक नहीं रहीं हैं। लेकिन, मतदाता भी किसी को मायूस नहीं कर रहेे हैं, जो पहुंचता है उसे ही वोट देने का आश्वासन देकर भेजते हैं।

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जिले में 39 जिला पंचायत सदस्यों को चुना जाना है। इसके लिए साढ़े छह सौ अधिक प्रत्याशी मैदान में हैं। महिलाओं की संख्या भी 33 फीसद से ज्यादा है। यही हाल ग्राम पंचायतों का है। 643 ग्राम पंचायतों पर छह हजार से ज्यादा प्रत्याशी मैदान में हैं। सभी अपनी जीत को लेकर मतदाताओं के पास जा रहे हैं। घर-घर जाकर अपने लिए वोट मांगने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। यही हाल क्षेत्र पंचायत सदस्य के पदों के लिए है। प्रत्याशी दिन रात जीतने के लिए मेहनत करने में लगे हैं। अपनों को मनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। पुरुषों के साथ महिलाएं भी वोट के लिए मेहनत करने में पीछे नहीं हैं। अगवानपुर प्रतिनिधि के मुताबिक पुरुष प्रत्याशियों मां-बहनें, पत्नी, बेटियां सभी चुनाव प्रचार में उतरी हैं। पुरुष चौपाल पर बैठे लोगों के पास पहुंचते हैं तो महिलाएं घर के चूल्हों तक पहुंच रही हैं। वह सबकुछ भूलकर घर- घर जाकर न केवल अपने अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए उनका चुनाव चिन्ह बताकर मतदाताओं से अपने अपने पक्ष में मतदान करने के लिए आशीर्वाद लें रहीं हैं। बल्कि जब तक मतदाता उन्हें पुरा भरोसा नहीं दे देते तब तक वह घर से बाहर नहीं निकलती हैं। यह सिलसिला हर गांव में देखने को मिल रहा है। इनमें से किसी का पति, पिता, भाई, माता, चाचा, ताऊ, दादा गांव का मुखिया चुना जाएगा।


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