Moradabad Panchayat Election 2021 : दूर हुए गिले-शिकवे, 35 साल बाद चाचा-भतीजे फिर से मिले गले
पंचायत चुनाव में कई तरह के रंग देखने के लिए मिल रहे हैं। कुंदरकी विकास खंड के ताहरपुर गांव में कुछ विवादों की वजह से चाचा-भतीजे में मनमुटाव रहता था। 35 साल से दोनों ही परिवार पंचायत चुनाव में भी अलग-अलग दिखाई देते थे।
मुरादाबाद। पंचायत चुनाव में कई तरह के रंग देखने के लिए मिल रहे हैं। कुंदरकी विकास खंड के ताहरपुर गांव में कुछ विवादों की वजह से चाचा-भतीजे में मनमुटाव रहता था। 35 साल से दोनों ही परिवार पंचायत चुनाव में भी अलग-अलग दिखाई देते थे। लेकिन, इस बार सारे गिले-शिकवे भुलाकर दोनों एक साथ खड़े हो गए हैं।
ताहरपुर से प्रधान पद के प्रत्याशी मुहम्मद अरकान और उनके चाचा मुहम्मद जहांगीर में कभी नहीं बनी। कुछ पारिवारिक विवादों के अलावा गांव की सियासी लड़ाई भी इसकी वजह थी। यहां से अरकान के चचेरे भाई मुहम्मद रय्यान निवर्तमान प्रधान हैं। इसी परिवार के मरहूम मुहम्मद जुबैर का बेटा नावेद जिला पंचायत सदस्य के पद पर चुनाव मैदान में हैं। लेकिन, चाचा जहांगीर ने कभी सियासी तौर पर मुहम्मद अरकान का साथ नहीं दिया था। लेकिन, इस बार मुहम्मद अरकान उन्हें मनाने में कामयाब रहे। चाचा ने 35 साल बाद गिले-शिकवे भुलाकर उन्हें चुनाव लड़ाया है। मुहम्मद अरकान का कहना है कि चाचा तो हमारे ही हैं। नाराज थे, मैं उनके घर चला गया। दूसरा प्रत्याशी भी उनकी पसंद का नहीं था। जब बात हुई तो वह मान गए। परिवार का एक साथ आना सबके लिए खुशी की बात है।
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