Moradabad Paddy Purchase Scam : धान खरीद घोटाले में और भी हैं कई खिलाड़ी, झूठी निकली आइडी हैक होने की बात, 20 के बयान दर्ज
विशेष सचिव खाद्य एवं सिविल आपूर्ति ओमप्रकाश वर्मा एसएफसी के एमडी भी हैं। उन्होंने शुक्रवार को देर रात एसएसपी के जिला प्रबंधक मनोज श्रीवास्तव और केंद्र प्रभारी रेखा सिंह को प्राथमिक जांच में दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। ऑनलाइन धान खरीद में सवा दो करोड़ रुपये के घोटाले में एसएफसी के जिला प्रबंधक मनोज कुमार श्रीवास्तव और केंद्र प्रभारी रेखा सिंह के निलंबन से विभाग में खलबली मची हुई है। पुलिस की जांच में कई नए तथ्य सामने आए हैं। जांच के दौरान पता लगा है कि मिल की आइडी हैक नहीं हुई है जबकि मिलर का कहना था कि उनकी आइडी हैक होने से एक ही दिन में धान रिसीव हुआ है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि धान खरीद घोटाले में खिलाड़ी अभी और भी हैं। पुलिस की जांच में सभी बेनकाब हो जाएंगे।
विशेष सचिव खाद्य एवं सिविल आपूर्ति ओमप्रकाश वर्मा एसएफसी के एमडी भी हैं। उन्होंने शुक्रवार को देर रात एसएसपी के जिला प्रबंधक मनोज श्रीवास्तव और केंद्र प्रभारी रेखा सिंह को प्राथमिक जांच में दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। इससे मुरदाबाद के स्थानीय अफसरों में भी खलबली मची हुई है। सब खुद को बचाने में लगे हुए हैं। पुलिस धान खरीद से लेकर उतार तक की बारीकी से जांच करने में जुटी है। मिलर आइडी हैक होने की बात कर रहे थे। लेकिन, पुलिस की जांच में यह बात झूठी निकली। इससे मिलर पर शक और अधिक गहरा गया है। धान खरीदने वाले कंप्यूटर की आइपी एड्रेस का पता पुलिस ने लगा लिया है। डिलारी थाना प्रभारी सतराज सिंह ने बताया कि हमने अब तक बीस लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं। अभी और भी लोगों के बयान दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है। मिलर की आइडी हैक नहीं हुई है। उनके यहां धान एक ही दिन में रिसीव हुआ है। मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। जांच के दौरान जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
पिछले दो महीने से दबाए थे मामला
मुरादाबाद के धान घोटाले पिछले दो महीने से कुछ अफसरों के संज्ञान में था। लेकिन, वे दबाए बैठे थे। सवाल यह उठ रहा था कि स्थानीय धान के बदले में बिहार में पैदा होने वाला चावल पहुंचा। मामले की शिकायत होने पर भी स्थानीय अधिकारी चुप्पी साधे रहे। विशेष सचिव के द्वारा समीक्षा बैठक करने के दौरान यह मामला उनके संज्ञान में आया। बता दें कि राज्य खाद्य निगम के डिलारी क्रय केंद्र के रिकार्ड के मुताबिक 2445.24 टन धान खरीद हुई। धान को तीन राइस मिलों में भेजा जाना दिखाई गया है।
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