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जानें, कोचिंग सेंटर संचालक को जेल भेजो कहकर छात्रा ने क्यों किया हंगामा, क्या हुआ था दोनों में विवाद

सिविल लाइंस थाने में कोचिंग सेंटर संचालक को जेल भेजे जाने की मांग लेकर छात्रा ने थाने में जमकर हंगामा किया। छात्रा ने आरोप लगाया कि उसने कोचिंग सेंटर संचालक ने साढ़े दस हजार रुपये उधार लिए थे। पैसे वापस नहीं मिलने पर दोनों के बीच विवाद हो गया।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 07:49 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 07:49 AM (IST)
जानें, कोचिंग सेंटर संचालक को जेल भेजो कहकर छात्रा ने क्यों किया हंगामा, क्या हुआ था दोनों में विवाद
पुलिस ने दोनों को शांत करके शांतिभंग में किया चालान

मुरादाबाद, जेएनएन। Student Created Ruckus : सिविल लाइंस थाने में कोचिंग सेंटर संचालक को जेल भेजे जाने की मांग लेकर छात्रा ने थाने में जमकर हंगामा किया। छात्रा ने आरोप लगाया कि उसने कोचिंग सेंटर संचालक ने साढ़े दस हजार रुपये उधार लिए थे। पैसे वापस नहीं मिलने पर दोनों के बीच विवाद हो गया। मामला थाने में पहुंचने पर छात्रा ने कोचिंग सेंटर संचालक को छात्रा जेल भेजे जाने की मांग करने लगी। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर शांतिभंग में चालान करने की कार्रवाई की। सिविल लाइंस थानाक्षेत्र के हरथला में नवनीत कोचिंग सेंटर का संचालन करता है।

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इसी कोचिंग में बिजनौर जनपद के नूरपुर निवासी आसमां पढ़ती है। आसमां ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले कोचिंग सेंटर संचालक नवनीत ने उससे 10 हजार सात सौ रुपये उधार लिए थे। रुपये वापस मांगने पर नवनीत ने उसके साथ मारपीट की। इस घटना के बाद बुधवार रात आसमां ने कोचिंग सेंटर में जाकर ताला बंद कर दिया। सूचना मिलने पर गुरुवार को पुलिस ने ताला खुलवाने के साथ ही दोनों पक्षों को थाने बुलाया। इस दौरान छात्रा पुलिस के सामने संचालक को जेल भेजने की मांग करने लगी। मामले की जानकारी होने पर कोचिंग सेंटर के छात्र-छात्राएं संचालक के पक्ष में थाने पहुंच गए। दोनों पक्षों में विवाद बढ़ते देख पुलिस ने कोचिंग सेंटर संचालक का चालान करने के साथ ही आरोपित छात्रा का भी शांतिभंग में चालान करके मामले को शांत कर दिया।

गजरौला के घायल युवक की मौत : अमरोहा जनपद के गजरौला निवासी युवक की कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। 20 दिन पहले सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस के अनुसार गजरौला के सुल्तान नगर मुहल्ला निवासी नरेंद्र सिंह मजदूरी करते थे। भाई तीरथ ने बताया कि 30 दिसंबर को नरेंद्र मजदूरी करने हसनपुर रोड स्थित छोया गांव निवासी था।

मुहल्ले का ही रहने वाला ओमकार भी उसके साथ गया था। घर लौटते वक्त पीछे से आ रहे अज्ञात वाहन ने नरेंद्र की बाइक में टक्कर मार दी। जिसमें दोनों बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। स्वजन नरेंद्र को कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। बुधवार को देर रात इलाज के दौरान नरेंद्र की मौत हो गई। गुरूवार को शव का पोस्टमार्टम कराके पुलिस ने स्वजन को सौंप दिया।


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