मुरादाबाद के कुशांक हत्याकांड की जांच में ऐसा राज खुला कि एक महिला की जान बच गई, जानें कैसे
Moradabad Crime News सिविल लाइंस थाना पुलिस ने बिजनौर की एक महिला की हत्या करने की सुपारी लेने वाले शूटर को गिरफ्तार किया। जिला कारागार में बंद तीन बंदियों ने मिलकर हत्या के मामले में पैरवी कर रही महिला को जान से मारने के लिए सुपारी दी थी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Crime News : सिविल लाइंस थाना पुलिस ने बिजनौर की एक महिला की हत्या करने की सुपारी लेने वाले शूटर को गिरफ्तार किया। जिला कारागार में बंद तीन बंदियों ने मिलकर हत्या के मामले में पैरवी कर रही महिला को जान से मारने के लिए सुपारी दी थी। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शूटर मनोज पहाड़ी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सिविल लाइंस थाना प्रभारी रवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बिजनौर जनपद के कीरतपुर थाना क्षेत्र के लाडपुर निवासी मीना के पति अखलाक की 18 जुलाई 2015 को घर में घुसकर हत्या कर दी थी। इस मामले में मीना ने गांव के ही रहने वाले तीन सगे भाई इमरान, रिजवान, फैजान के साथ छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने तीनों सगे भाईयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वर्तमान में तीनों मुरादाबाद जिला कारागार में बंद है। पुलिस 12 जनवरी को हुए कुशांक हत्याकांड को लेकर संदिग्ध नंबरों को सर्विलांस में लगाकर जांच कर रही है।
इसी दौरान पुलिस को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के चक्कर मिलक निवासी मनोज पहाड़ी की बातचीत रिकार्ड की। जांच करने पर पता चला कि जेल में बंद हत्या के आरोपित तीनों भाई मिलकर केस की पैरवी कर रही महिला मीना की हत्या कराने के लिए 50 हजार रुपये में सुपारी दी है। इस मामले की भनक लगते ही पुलिस ने शूटर मनोज पहाड़ी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने बताया कि जेल में बंद आरोपित इमरान से नाम बदलकर जेल में मिलने जाता था।
इमरान उसे हत्या करने की सुपारी दी थी। लेकिन पैसे समय पर नहीं मिलने के कारण वह इस हत्याकांड को अंजाम नहीं दे सका। पुलिस ने मनोज के साथ ही जेल में बंद हत्यारोपित इमरान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मंगलवार को शूटर मनोज को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।