आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत रोजगार देने में मुरादाबाद सबसे आगे, जानिए अन्य जिलों की क्या रही स्थिति
रामपुर दूसरे और अमरोहा रहा तीसरे स्थान पर। मुरादाबाद मंडल में शामिल जिलों में अगर आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत खुली इकाइयों की संख्या की बात की जाए तो मुरादाबाद पहले स्थान पर रहा। अमरोहा में 7049 यूनिट लगीं और 28196 लोगों को रोजगार मिला है।
मुरादाबाद, जेएनएन। उत्तर प्रदेश शासन की ओर से आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत रोजगार और स्वरोजगार के सृजन को लेकर बुधवार को आंकड़े जारी किए गए। प्रदेश के सभी जिलावार स्थिति को स्पष्ट किया गया है। मुरादाबाद मंडल में नए रोजगार सृजन के मामले में बिजनौर सबसे आगे रहा तो अमरोहा दूसरे नंबर। जबकि औद्योगिक क्षेत्र में सबसे बड़ा जिला होने के बाद भी मुरादाबाद तीसरे स्थान पर रहा।
कोरोना के कारण भारत सहित विश्वभर में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था। भारत में लॉकडाउन के कारण बंद हुई औद्योगिक गतिविधियों के चलते रोजगार के लिए संकट खड़ा हुआ था। अनलॉक होने के बाद औद्योगिक गतिविधियां धीरे-धीरे आगे बढ़ीं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के तहत पैकेज की घोषणा की। इसके तहत नई इकाईयां लगींं। रोजगार का सृजन भी हुआ। मुरादाबाद मंडल में शामिल जिलों में अगर आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत खुली इकाईयों की संख्या की बात की जाए तो मुरादाबाद पहले स्थान पर रहा। मुरादाबाद में 6600 यूनिट लगाई गईं और इतने ही लोगों को रोजगार मिला। पहले से चल रही योजनाओं के तहत उतने लोगों ने लाभ नहीं उठाया, जितना आत्मनिर्भर भारत के तहत लोगों ने रोजगार शुरू किया। सूची के अनुसार नई यूनिटों लगाने और रोजगार सृजन के आंकड़ों के अनुसार अमरोहा पहले स्थान पर रहा। अमरोहा में 7049 यूनिट लगीं और 28,196 लोगों को इन यूनिट में रोजगार मिला है। मुरादाबाद मंडल में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार में मुरादाबाद सबसे आगे रहा। मुरादाबाद में 1358 प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मिला। 1251 श्रमिकों को रोजगार देकर सम्भल दूसरे, रामपुर तीसरे और अमरोहा चौथे स्थान पर रहा है। नई इकाईयां लगाने के मामले में बिजनौर सबसे आगे है। यहां 12,260 यूनिट लगी हैं और इनमें 49040 लोगों को रोजगार मिला है। वहीं अमरोहा में लगी 7049 नई इकाइयों में 28196 लोगों को रोजगार मिला। तीसरे स्थान पर रहे मुरादाबाद में 5482 नई यूनिट लगीं और 21,927 नए लोगों को रोजगार का द्वारा खुला।
मुरादाबाद में उद्यम स्थापित करने के लिए स्थितियों को बेहतर बनाया गया। सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए प्रक्रिया आसान की गई, इससे लोगों ने अपना रोजगार शुरू कर दूसरों को भी रोजगार दिया है।
अनुज कुमार, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र